आर्थिक विकास की राह पर भारत… जीडीपी लगभग दोगुनी! सरकार को बड़ी राहत
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पिछले वित्तीय वर्ष की तुलना में इस वित्तीय वर्ष की तीसरी तिमाही के जीडीपी आंकड़े चौंका देने वाले हैं। भारतीय अर्थव्यवस्था के लगभग सभी क्षेत्रों में विकास देखने को मिल रहा है।
लोकसभा चुनाव से पहले प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व वाली सरकार के लिए सबसे बड़ी राहत की खबर सामने आई है। वित्त वर्ष 2023-24 की तीसरी तिमाही यानी अक्टूबर से दिसंबर तक आर्थिक विकास दर 8.4 फीसदी रही है. इस दौरान देश की जीडीपी यानी राष्ट्रीय सकल आय 8.4 फीसदी रही है. पिछली तिमाही यानी जुलाई से सितंबर में यही आंकड़ा 7.6 फीसदी है. पिछले वित्त वर्ष की अक्टूबर-दिसंबर तिमाही में जीडीपी 4.4 फीसदी थी. यानी पिछले साल की तुलना में इस साल जीडीपी लगभग दोगुनी हो गई है.
जीडीपी 43.72 लाख करोड़ रुपये
केंद्रीय सांख्यिकी मंत्रालय ने पिछली तिमाही के आंकड़ों के साथ ही वित्त वर्ष 2023-24 के लिए जीडीपी का दूसरा अग्रिम अनुमान भी जारी कर दिया है. चालू वित्त वर्ष में भारत की आर्थिक विकास दर यानी जीडीपी 7.6 फीसदी रहने का अनुमान है. 2022-23 में यही दर 7 फीसदी थी. सांख्यिकी मंत्रालय के राष्ट्रीय सांख्यिकी कार्यालय (एनएसओ) ने कहा है कि भारतीय अर्थव्यवस्था तेजी से बढ़ रही है। वित्त वर्ष 2023-24 की अक्टूबर-दिसंबर तिमाही के आंकड़े जारी करते हुए बताया गया है कि भारतीय अर्थव्यवस्था ने तीसरी तिमाही में 8.4 फीसदी की ग्रोथ दिखाई है. वित्त वर्ष 2022-23 की तीसरी तिमाही में जीडीपी 40.35 लाख करोड़ रुपये रही. चालू वित्त वर्ष की तीसरी तिमाही में जीडीपी 43.72 लाख करोड़ रुपये पर पहुंच गई है.
इन दोनों सेक्टर में सबसे ज्यादा ग्रोथ
सकल घरेलू उत्पाद की वृद्धि में विनिर्माण और निर्माण क्षेत्र का सबसे बड़ा योगदान रहा है। 2023-24 की अक्टूबर-दिसंबर तिमाही में मैन्युफैक्चरिंग सेक्टर की ग्रोथ रेट 11.6 फीसदी रही. जबकि निर्माण क्षेत्र की विकास दर 9.5 फीसदी रही है. सांख्यिकी मंत्रालय के एनएसओ ने स्पष्ट किया है कि जीडीपी 8.4 फीसदी है. इस वित्तीय वर्ष में जीडीपी 7.6 फीसदी रहने का अनुमान है और 2022-23 में यह 7 फीसदी थी. सांख्यिकी एवं कार्यक्रम कार्यान्वयन मंत्रालय ने चालू वित्त वर्ष में वास्तविक जीडीपी 172.90 लाख करोड़ रुपये रहने का अनुमान लगाया है. 2022-23 में वास्तविक जीडीपी 160.71 लाख करोड़ रुपये रहने का अनुमान लगाया गया था.
सेक्टर का प्रदर्शन कैसा है?
एनएसओ द्वारा जारी आंकड़ों में कहा गया है कि वित्त वर्ष 2023-24 की तीसरी तिमाही में कृषि क्षेत्र की विकास दर 3.8 फीसदी रही. वही विकास दर जो 2022-23 की तीसरी तिमाही में 6.7 फीसदी थी. विनिर्माण क्षेत्र की विकास दर 10.6 प्रतिशत तक है। पिछले साल की तीसरी तिमाही में यही दर माइनस 0.2 फीसदी थी. चालू वित्त वर्ष की तीसरी तिमाही में बिजली, गैस और जल आपूर्ति तथा अन्य उपभोग क्षेत्र की सेवाओं की वृद्धि दर 4.1 प्रतिशत रही. पिछले साल इसी अवधि में यही दर 4.1 फीसदी थी. निर्माण क्षेत्र की विकास दर भी 10 प्रतिशत से अधिक है. हालांकि निर्माण क्षेत्र की वृद्धि दर पिछले साल की समान तिमाही के 15.5 फीसदी से तुलनात्मक रूप से कम जरूर हुई है, लेकिन मौजूदा दर 10.4 फीसदी है. वित्तीय, रियल एस्टेट और पेशेवर सेवाओं की वृद्धि दर 9.2 फीसदी रही. पिछले साल की समान तिमाही में यही दर 15.4 फीसदी थी. व्यापार, होटल, परिवहन, संचार और प्रसारण से जुड़ी सेवाओं की विकास दर 7.4 फीसदी रही है. पिछले साल इसी अवधि में इस सेक्टर की विकास दर 15.1 फीसदी थी.
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