इस राज्य के वर्तमान स्थिती मे ‘दलित और बौद्ध समाज’ मे सबसे जादा असुरक्षितता और भय का वातावरण: प्रा. जोगेंद्र कवाडे
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सांगली, महाराष्ट्र से सुधीर गोखले की रिपोर्ट,
सांगली: आज इस देश में और पुरे महाराष्ट्र राज्य में सबसे जादा भय का वातावरण वर्तमान काल का है। विशेष रूप से ‘बौद्ध और दलित समाज में ज्यादा भय है। आज भी ये दोनो जाती के लोग राज्य के वर्तमान स्थिती में असुरक्षितता कि भावना मेहसूस कर रहे हैं । जो की लोकशाही मे बहोत ही घातक है। ऐसा प्रतिपादन पीपल्स रिपब्लिकन पक्ष के राष्ट्रीय नेता प्रा. जोगेंद्र कवाडेजी ने सांगली दौरे मे किया। वह सांगली मे पत्रकारोसे बातचीत कर रहे थे। वह बोले की बरसो से चले आये इस पुरोगामी विचार वाले महाराष्ट्र मे वर्तमान सरकार के नाक के नीचे खुलेआम दलित और पिछले जाती और दलितो पर अत्याचार हो रहे है, जो की अत्यंत खेदजनक है । इसी कारण इन जाती मे असुरक्षितता और भय का वातावरन फैल गया है।
हमारे आदर्श रहे और महाराष्ट्र के युगपुरुष छत्रपती शिवाजी महाराज, महापुरुष डॉ. बाबासाहेब आंबेडकर, महात्मा ज्योतिबा फुलेजी और छत्रपती शाहू महाराज जी ने समता और बंधुता का विचार पुरे देश को दिये। हम भी अगले महिने पुरे राज्य मे इसी विचार का प्रचार और प्रसार के लिये ‘शिवशक्ती–भीमशक्ती‘ यात्रा का आयोजन कर रहे है। हमारे मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदेजी की शिवसेना को हमारा पुरा समर्थन है और रहेगा। मराठा आरक्षण मामले मे मुख्यमंत्रीजी ने जो भी कदम उठाये जो निर्णय लिये उसका हम स्वागत करते है।
आज हुए पत्रकार परिषद में प्रा. कवाडेजी के साथ राष्ट्रीय कार्याध्यक्ष जयदीप कवाडे और ‘पीपल्स’ के जिला अध्यक्ष महेंद्र गाडे मौजूद थे। प्रा. कवाडेजी ने कहा कि जब महाविकास आघाडी का गठबंधन चल रहा था उनका शासन था तो अत्याचार कि सीमा नही थी। आज भी दलित और पिछले जाती के लोगो मे भय का वातावरण बना हुवा है। इस विषय मे वर्तमान सरकार को ठोस ऐसे उपाय करने कि जरुरत है।आज इस महायुती शासन में हमारा पक्ष भी एक हिस्सा है इसलिये हम दलित वर बौद्ध समाज कि सुरक्षा को लेकरं सरकार से सवाल पूछ रहे है।
आज हुवे इस पत्रकार बैठक में जिले से बहोत बडी संख्या मे पार्टी के नेता और कार्यकर्ता मौजूद थे।
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