श्रीगुफवारा-बिजबिहारा में काफी पिछड़ीं इल्तिजा, मुफ्ती परिवार के गढ़ में कबूली हार.
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आखिरी बार साल 2014 में जम्मू कश्मीर में विधानसभा चुनाव हुए थे तब महबूबा मुफ्ती ने इस सीट से जीत दर्ज की थी. इस बार इस सीट से महबूबा मुफ्ती की बेटी इल्तिजा मुफ्ती चुनावी मैदान में लगातार पिछड़ती जा रही हैं.
लगभग दस साल बाद हुए जम्मू कश्मीर विधानसभा चुनाव की मतगणना के बीच सबकी नजरें जम्मू कश्मीर की सबसे चर्चित सीट श्रीगुफवारा- बिजबिहाड़ा विधानसभा चुनाव के रिजल्ट पर टिकी हुईं हैं. यहां से मैदान में उतरीं जम्मू कश्मीर की पूर्व मुख्यमंत्री महबूबा मुफ्ती की बेटी इल्तिजा मुफ्ती ने मतगणना पूरी होने से पहले ही अपनी हार कबूल कर ली हैं.
काउंटिंग की शुरुआत से ही लगातार हार के करीब बढ़ती दिखीं इल्तिजा
चुनाव आयोग के मुताबिक, श्रीगुफवारा- बिजबिहाड़ा विधानसभा सीट पर 10वें राउंड की काउंटिंग में इल्तिजा सात हजार से ज्यादा वोटों से पीछे चल रही हैं. नेशनल कांफ्रेंस के बशीर अहमद शाह वीरी उनसे काफी आगे हैं. स्थानीय लोगों का कहना है कि 12 राउंड की होनेवाली मतगणना में इल्तिजा के लिए बहुत ज्यादा उम्मीद भी नहीं बची है. आखिरकार उन्होंने एक्स पर लिखा, ‘मैं लोगों के फैसले को स्वीकार करती हूं. बिजबेहरा में सभी से मुझे जो प्यार और स्नेह मिला है, वह हमेशा मेरे साथ रहेगा. इस अभियान के दौरान कड़ी मेहनत करने वाले पीडीपी कार्यकर्ताओं का आभार.’
मुफ्ती परिवार का गढ़ माना जाता रहा है बिजबिहाड़ा विधानसभा सीट
बिजबिहाड़ा विधानसभा सीट मुफ्ती परिवार का गढ़ माना जाता रहा है. इल्तिजा मुफ्ती परिवार की तीसरी पीढ़ी हैं जो इस सीट से चुनाव लड़ रही हैं. वहीं, दूसरी तरफ भाजपा ने इस सीट से सोफी मोहम्मद यूसुफ को टिकट दिया है. गठबंधन में चुनाव लड़ रही नेशनल कांग्रेस और कांग्रेस पार्टी ने बशीर अहमद शाह वीरी को उम्मीदवार बनाया है. इस सीट पर पहले चरण में वोट डाले गए थे.
आखिरी बार साल 2014 में जम्मू कश्मीर में विधानसभा चुनाव हुए थे. उस समय महबूबा मुफ्ती ने इस सीट से जीत दर्ज की थी. साल 2014 में पीडीपी और बीजेपी ने मिलकर सरकार बनाई थी. पहले मुफ्ती मोहम्मद सईद और उनके असामयिक निधन के बाद महबूबा मुफ्ती जम्मू कश्मीर की मुख्यमंत्री बनाई गई थीं.
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