IIT दिल्ली फिर बना भारत का नंबर 1 इंस्टीट्यूट, देखें QS वर्ल्ड यूनिवर्सिटी रैंकिंग 2025.
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क्यूएस वर्ल्ड यूनिवर्सिटी रैंकिंग 2025 फॉर सस्टेनेबिलिटी जारी कर दी गई है. इस रैंकिंग के मुताबिक, आईआईटी दिल्ली भारत का नंबर 1 इंस्टीट्यूट बन गया है.
क्वाक्वेरेली साइमंड्स (क्यूएस) वर्ल्ड यूनिवर्सिटी रैंकिंग 2025 फॉर सस्टेनेबिलिटी जारी कर की गई है. जारी की गई रैंकिंग के अनुसार, इंडियन इंस्टीट्यूट ऑफ टेक्नोलॉजी दिल्ली (IIT Delhi) ने भारत की सभी यूनिवर्सिटीज में टॉप रैंक हासिल की है. इसे वैश्विक स्तर पर 171वीं रैंक मिली है और एनवायरनमेंट सस्टेनेबिलिटी मीटर में 81.1 प्रतिशत अंक हासिल किए हैं. वहीं, आईआईटी खड़गपुर ने 202वीं रैंक के साथ दूसरा स्थान प्राप्त किया है, जबकि आईआईटी बॉम्बे 234वीं रैंक के साथ तीसरे स्थान पर है. नीचे इंडियन इंस्टीट्यूट्स की पूरी लिस्ट दी गई.
रैंक 171 – इंडियन इंस्टीट्यूट ऑफ टेक्नोलॉजी दिल्ली (IIT Delhi)
रैंक 202 – इंडियन इंस्टीट्यूट ऑफ टेक्नोलॉजी खड़गपुर (IIT Kharagpur)
रैंक 234 – इंडियन इंस्टीट्यूट ऑफ टेक्नोलॉजी बॉम्बे (IIT Bombay)
रैंक 245 – इंडियन इंस्टीट्यूट ऑफ टेक्नोलॉजी कानपुर (IIT Kanpur)
रैंक 277 – इंडियन इंस्टीट्यूट ऑफ टेक्नोलॉजी मद्रास (IIT Madras)
रैंक 299 – दिल्ली विश्वविद्यालय (Delhi University)
रैंक 376 – इंडियन इंस्टीट्यूट ऑफ साइंस (IISc)
रैंक 396 – वेल्लोर इंस्टीट्यूट ऑफ टेक्नोलॉजी (VIT), वेल्लोर, इंडिया
क्यूएस वर्ल्ड यूनिवर्सिटी रैंकिंग सस्टेनेबिलिटी 2025: दुनिया की टॉप 10 यूनिवर्सिटी
टोरंटो यूनिवर्सिटी ने पहला स्थान प्राप्त किया है. इसे एनवायरनमेंट सस्टेनेबिलिटी में 91, एनवायरनमेंट एजुकेशन में 99.7 और एनवायरनमेंट रिसर्च में 98.5 अंक मिले हैं. ETH ज्यूरिख ने दूसरा स्थान प्राप्त किया है. लुंड यूनिवर्सिटी स्वीडन और यूनिवर्सिटी ऑफ कैलिफोर्निया, बर्कले (UCB) दोनों ने तीसरा स्थान प्राप्त किया है. UCL लंदन और यूनिवर्सिटी ऑफ ब्रिटिश कोलंबिया कनाडा ने रैंकिंग में पांचवां स्थान प्राप्त किया है. इंपीरियल कॉलेज लंदन और यूनिवर्सिटी ऑफ एडिनबर्ग दोनों ने सातवां स्थान प्राप्त किया है जबकि यूनिवर्सिटी ऑफ मैनचेस्टर और यूनिवर्सिटी ऑफ मेलबर्न ने नौवां स्थान प्राप्त किया है.
प्रत्येक रैंकिंग माप के एक अलग ग्रुप से बनी होती है, जिसमें से कुछ का उपयोग कई रैंकिंग में किया जाता है और अन्य एक प्रोजेक्ट के लिए यूनिक होते हैं. सस्टेनेबिलिटी रैंकिंग में, क्वाक्वेरेली साइमंड्स लेंस को एक साथ ग्रुप करने के लिए तीन कैटेगरी का उपयोग करता है, जिसमें पर्यावरणीय प्रभाव, सामाजिक प्रभाव और शासन शामिल हैं.
आधिकारिक नोटिस में कहा गया है, “रैंकिंग शिक्षा और रिसर्च के केंद्र के रूप में विश्वविद्यालयों के सोशल और एनवायरनमेंट प्रभाव का मूल्यांकन करती है, साथ ही किसी भी बड़े और जटिल संगठन की परिचालन स्थिरता चुनौतियों के साथ एक प्रमुख नियोक्ता का भी मूल्यांकन करती है.”
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