खाने को मिलती थी एक वक्त की रोटी, गुंडों के बीच गुजरा बचपन, फिर भी बन गया महान क्रिकेटर।
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पोलार्ड ने पोर्ट ऑफ स्पेन के टकारिगुआ इलाके में रहकर अपना बचपन गुजारा है, जहां गुंडों और अपराधियों का हमेशा सांया रहता था. इस इलाके में हत्या, लूट, ड्रग्स और गांजा आदि चीजों से जुड़े अपराध होते थे, लेकिन पोलार्ड ने हार नहीं मानी और इसी तरह के माहौल में रहकर सफल क्रिकेटर बन गए.
वेस्टइंडीज के खतरनाक ऑलराउंडर कीरोन पोलार्ड टी20 क्रिकेट के महानतम क्रिकेटरों में शुमार हैं. क्रिकेट के इस फॉर्मेट में कीरोन पोलार्ड के नाम कुल 12,900 रन दर्ज हैं. कीरोन पोलार्ड के नाम टी20 क्रिकेट में 1 शतक और 59 अर्धशतक जड़ने का रिकॉर्ड है.
कीरोन पोलार्ड के वर्ल्ड क्रिकेट में आज हर तरफ चर्चे रहे हैं, लेकिन उनके लिए इतना बेहतरीन क्रिकेटर बनना बिल्कुल भी आसान नहीं रहा है. बता दें कि कीरोन पोलार्ड के जन्म के बाद उनके पिता उन्हें और उनकी मां को अकेला छोड़कर चले गए थे.
इसके बाद मां ने ही कीरोन पोलार्ड की परवरिश की थी. घर के हालात इतने खराब थे कि कीरोन पोलार्ड और उनकी मां को एक वक्त की रोटी खाकर गुजारा करना पड़ता था.
पोलार्ड ने पोर्ट ऑफ स्पेन के टकारिगुआ इलाके में रहकर अपना बचपन गुजारा है, जहां गुंडों और अपराधियों का हमेशा सांया रहता था. इस इलाके में हत्या, लूट, ड्रग्स और गांजा आदि चीजों से जुड़े अपराध होते थे, लेकिन पोलार्ड ने हार नहीं मानी और इसी तरह के माहौल में रहकर सफल क्रिकेटर बन गए.
पोलार्ड ने खुद इस बात का खुलासा अपने एक इंटरव्यू में किया था. पोलार्ड ने कहा था कि अपने आसपास जुर्म को देखते हुए भी मेरा ध्यान कभी नहीं भटका और मैंने 15 साल की उम्र से ही क्रिकेट खेलने के लिए मेहनत करनी शुरू कर दी.
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