Google Pay, Phone Pay को ‘NPCI’ से राहत।
1 min read
|








NCPI ने डिजिटल भुगतान कंपनियों के लिए 30 प्रतिशत की बाजार हिस्सेदारी बनाए रखने की समय सीमा दो साल बढ़ाकर दिसंबर 2026 तक कर दी है।
नई दिल्ली: नेशनल पेमेंट्स कॉरपोरेशन ऑफ इंडिया (एनसीपीआई) ने डिजिटल भुगतान कंपनियों के लिए अधिकतम 30 प्रतिशत बाजार हिस्सेदारी बनाए रखने की समय सीमा दो साल तक बढ़ा दी है। इस फैसले से इस क्षेत्र में सबसे ज्यादा बाजार हिस्सेदारी रखने वाले ‘GooglePay’ और ‘PhonePay’ को बड़ी राहत मिली है।
NCPI ने डिजिटल भुगतान कंपनियों के लिए 30 प्रतिशत की बाजार हिस्सेदारी बनाए रखने की समय सीमा दो साल बढ़ाकर दिसंबर 2026 तक कर दी है। तो इससे सबसे ज्यादा फायदा ‘GooglePay’ और ‘PhonePay’ जैसी कंपनियों को होगा। क्योंकि डिजिटल भुगतान में दोनों कंपनियों की संयुक्त बाजार हिस्सेदारी 80 प्रतिशत से अधिक है। इन दोनों के अलावा Paytm, Navi, Cred, BHIM, WhatsApp Pay और Amazon Pay जैसी कंपनियां भी ‘UPI’ के जरिए भुगतान सेवाएं मुहैया कराती हैं।
यह घोषणा की गई थी कि किसी भी एकल कंपनी को डिजिटल भुगतान कंपनियों ‘एनसीपीआई’ के लिए यूनिफाइड पेमेंट इंटरफेस (यूपीआई) के माध्यम से किए गए लेनदेन की कुल संख्या का 30 प्रतिशत से अधिक रखने की अनुमति नहीं दी जाएगी। इसका उद्देश्य इस क्षेत्र में छोटी डिजिटल भुगतान कंपनियों के लिए व्यवसाय-अनुकूल माहौल बनाना है। दिसंबर 2024 तक सभी डिजिटल भुगतान कंपनियों के लिए यह अनिवार्य कर दिया गया था। NCPI ने अधिकतम शेयर सीमा 30 प्रतिशत निर्धारित की है ताकि भारत में ‘UPI’ के माध्यम से लेनदेन को कई भुगतान ऐप्स में विभाजित किया जा सके।
NCPI से उपलब्ध आंकड़ों के अनुसार, नवंबर 2024 के अंत में UPI में PhonePay की भुगतान हिस्सेदारी 47.8 प्रतिशत है। उसके बाद 37 प्रतिशत हिस्सेदारी ‘Google Pay’ की है. नवंबर में दोनों कंपनियों के माध्यम से संयुक्त रूप से 13.1 बिलियन लेनदेन निष्पादित किए गए। जबकि पेटीएम ने महज 7.82 फीसदी मार्केट शेयर पर कब्जा किया है. फिलहाल देश में कुल 75 अलग-अलग पेमेंट ऐप उपलब्ध हैं, यानी ऐसे ऐप जिनके जरिए ‘UPI’ ट्रांजैक्शन किया जा सकता है। लेकिन सबसे ज्यादा मार्केट शेयर ‘GooglePay’ और ‘PhonePay’ का है।
‘व्हाट्सएप पे’ को लगे पंख
NCPI ने WhatsApp Pay के लिए केवल 10 करोड़ यूजर्स को सेवा देने की सीमा हटा दी है। इससे अब देशभर के करीब 50 करोड़ व्हाट्सएप यूजर्स यूपीआई के जरिए पेमेंट ट्रांजैक्शन कर सकेंगे। व्हाट्सएप अब प्रतिस्पर्धी डिजिटल भुगतान पारिस्थितिकी तंत्र में अपनी उपस्थिति का विस्तार करने के लिए अपने विशाल उपयोगकर्ता आधार का लाभ उठा सकता है।
About The Author
Whatsapp बटन दबा कर इस न्यूज को शेयर जरूर करें |
Advertising Space
Recent Comments