सायली पाटील कुलकर्णी ने नोकरी छोडकर बनाई 3 करोड की कंपनी –
सायली बचपनसे पढाई में अच्छी थी, उन्होंने ठाणे में प्राथमिक शिक्षा पुरी की, साथही उन्होंने बीएसस्सी काॅम्प्युटर सायन्स और बी.ए.इन पब्लीक सव्र्हीस ये दो डिग्रीया हासील की, और बादमें उन्होंने आयएएस की पढाई शुरू की, लेकीन कुछ पारीवारीक समस्याओं के कारण और आर्थिक स्थिती को ध्यान में रखते हुए उन्होंने पढने से ज्यादा नोकरी को प्राथमिकता दी और वे नोकरी करने लगी!
उन्होंने नोकरी करते हुए कभी बिझनेस के बारे मे नही सोचा था, लेकीन एक दिन पॅड बेचने वाली कंपनी के संपर्क में आने के बाद उन्होंने पॅड बेचने का प्रयास किया और उन्हे अच्छा रिस्पाॅन्स मिलने लगा, वे खुशी से दोनों काम करने लगी, लेकीन जिवन में एक एैसा मोड आया जब उन्हे खुद ही कुछ फैसले बदलने पडे, जब उन्हे पता चला की वे अचानकही मोटी होती जा रही थी, उनका वनज बढने लगा था, पिरीएडस् भी रेग्युलर नही चल रहे थे, तब डाॅक्टरो का सुझाव लिया तो पता चला उन्हें पीसीओडी की बिमारी है, उन्हे पता था की ये बिमारी भविष्यमें बडी तकलीफ देगी, तो उन्होंने सभी से इसबारे में खुलकर बात करना शुरू किया, अपनी माॅ से, सहेलीयों से वे बेझिझक बात करने लगी!
उन्होंने इस बारे में स्कुल, काॅलेज, संस्थान, एनजीओ हर जगह खुलकर बातें की! महिला और उनके पिरीएडस् के बारे में उन्होंने ‘तीला समजुन घेवूया‘ नामसे सेमीनार लेना प्रारंभ किया, धिरे धिरे उन्हें हर जगह से बुलावा आने लगा, और महाराष्ट्र में उन्होंने 400 से अधीक सेमीनार लेकर महिलाओं को पिरीएडस के बारे में जानकारी दी!
पिरिएडस् के बारे में आज भी हम बात करने से कतराते है, पुरानी परंपराओंनेे आज भी उसे जकड रखा है, इसी बात को ध्यान में रखते हुए पॅड बेचते बेचते 20 प्रतिशत जो महिलाए आज भी पॅड का इस्तेमाल नही करती है, उन्हे इसकी जानकारी देना और उन्हें इस विषय के बारे में जागृत करना उन्होंने अपनी जिम्मेंदारी समझा, और वे लोगोंको जागृत करती रही!
इसी राह में उन्होंने महिलाओं के लिए केमिकल फ्रि पॅड का अविष्कार किया, जिससें कुद्रत का नुकसान भी बचे और महिलाओंको बिमारीयों से भी दुर रखा जाए! तब उन्होंने इस विषय में पढाई करना प्रारंभ किया, देशभरकी महिलाओंकी अलग अलग समस्या जैसे उनका रहन सहन, उनके संस्कार और महिलाओंकी मानसीकता के बारे में जानकारी जुटाई्!
महिलाओंकी सारी समस्याओं को समझने के बाद उन्होंने मार्केट में जानी मानी कंपनीयाॅ होने के बावजूद उनका उत्पाद शुरू किया, और कंपनी में प्राॅडक्शन होने लगा! अब आगे समस्या थी प्राॅडक्ट को बेचने की, शुरूआती दौर मे छोटे छोटे सामाजिक संघटन और सीएसआर और एनजीओ के माध्यम से पॅड बेचना प्रारंभ किया!
उनके उत्पादों को महिलाओं ने बेहद पसंद किया! तब उन्होंने ब्रँड को एक नाम दिया फेमिनाईन और माउथ टू माउथ पब्लीसीटी के साथ सोशल मेडिया का भी सहयोग लिया! देखते ही देखते उनके ब्राॅंड को आज 5 वर्ष पुरे हो गए, जिद और मेहनत से उन्होंने कंपनी को आगे ले जाने का प्रयास किया और पेहले वर्षमें उनका टर्नओव्हर 19 लाख रूपयोंका हो गया! और देखते ही देखते कंपनी के उत्पाद महिलाओंकी पहली पसंद बनने लगे और आज उन्हे गर्व है की उनके कंपनी का टर्नओवर 2 करोड से उपर हो चुका है! जिसकी उन्होंने कभी कल्पना भी नही की थी, बस निरंतर समाजसेवा और महिलाओं के प्रती सहानुभती के साथ वे आगे बढ रही थी!
आज कंपनी के 3 उत्पाद है जिसमें फेमिनाईन प्रीमीयम सॅनीटरी नॅपकीन, डेली लाईनर्स, व्हॅगीनल पी.एच टेस्ट कीट शामील है! भविष्यमें जल्द ही कंपनी के इंटीमेट वाॅश और इंटिमेट पाउडर ये दो उत्पाद मार्केट में आने वाले है! उन्होंने बायोडिगे्रडेबल 5 इन टेक्नाॅलाॅजी वाला पॅड बनाया है! ये पॅड महिलाओंको अधितर सुरक्षा प्रदान करते है और महामारी से होनवाली बिमारीयों से दुर रखते है! जिसमें 10 लेयर का प्रोटेक्टीव सिस्टम लगाया गया है! जिसमें सौकने की क्षमता के साथ ज्यादा समय तक चलने वाली क्षमता को विकसीत कीया है!
ये पॅड महिलाओंको अन्य पॅड से होनेवाली बिमारीयों से दुर रखता है, जो बिल्कूल केमीकल फ्रि है! और कृद्रती है! जो 2 से 3 वर्षोमें अपने आपही नष्ट हो जाता है! उन्हे गर्व है की उनके उत्पाद भारत के कोन कोने में पहुॅच चुके है और साथ ही युएई जैसी कंन्ट्री में कंपनी के उत्पादोंकी डिमांड बढती जा रही है!
कंपनी में 16 डिस्ट्रीब्युटर्स कार्य करते है साथ ही 2000 से अधीक महिलाए कंपनी के उत्पादोंको देशभरमें फैला रहे है, उनमे से कई महिलाओं को कंपनी की तरफ से रोजगार भी मिला है! पुणे मे कंपनी के उत्पाद बनाये जाते है और मुंबई के डोंबीवली में कंपनी का ऑफिस और गोडाउन है जहाॅ से पुरी दुनिया में उत्पदोंको भेजा जाता है!
आज कंपनी की क्षमता बढती जा रही है, कंपनी की तरफ से गव्हरमेंट टेंडर में लुज पॅड, वेंडीग मशीन्स, और इनसीनेटर जैसे उत्पाद दिये जाते है! भविष्य में कंपनी का कारोबार 200 करोड तक ले जाने का संकल्प है! सायली जी महिलाओंको कॅन्सर फ्रि जीवन देना चाहती है! और हर घर तक फेमिनाईन कंपनी के उत्पाद पहुॅचाना चाहती है!
सायली कुलकर्णी एक स्त्री, एक गृहीणी, और आज एक सफल उदयोजक बन चुकी है! उन्हे खुद का भी ध्यान रखना है और पारीवारीक रिश्तों को भी संभालना है! उन्हें गर्व है जो खुबसुरत उपहार भगवान ने महिलाओंको दिया है जिससे वे माॅ बन सकती है, उसी क्षेत्र में वे व्यापार के साथ समाजसेवा भी कर रही है! देखभाल के साथ स्वच्छता और स्वच्छता के साथ फेमिनाईन यही उद्देश लेकर वे उदयोग व्यापार में सफलता हासील कर रही है!
यदी कोई महिला सफल होने की दिशा में कदम बढाए तो उसे कोई नही रोक सकता! खुदपर विश्वास और निरंतर प्रयास यही सफलता की कुंजी है! आज सायली पाटील कुलकर्णीइटरनल सोल्युशन कंपनी की चिफ मॅनेजींग डायरेक्टर है, श्री एंटरप्रायजेस की प्रोप्राईटर है, और एक सफल उदयोजक है जिनकी कहानी महिलाओंके लिए एक प्रेरणा स्वरूप बन चुकी है! हम रिसिल.इन की और से उनके इस बेहतर कार्य के लिए सलाम करते है!
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