प्रस्तावित जल टैक्सी सेवा के लिए ‘एफआरपी’ सामग्री पर जोर – गडकरी।
1 min read
|








उन्होंने यह भी संकेत दिया कि इस सेवा के लिए टिकाऊ और उच्च गुणवत्ता वाली एफआरपी से बनी लगभग 10,000 टैक्सियों की आवश्यकता होगी।
मुंबई: केंद्रीय सड़क परिवहन एवं राजमार्ग मंत्री नितिन गडकरी ने मंगलवार को कहा कि प्रस्तावित जल टैक्सी सेवाओं के लिए ‘फाइबर-प्रबलित पॉलिमर’ (एफआरपी) जैसे प्लास्टिक से बने मिश्रित सामग्रियों के उपयोग को प्राथमिकता दी जाएगी। उन्होंने यह भी संकेत दिया कि इस सेवा के लिए टिकाऊ और उच्च गुणवत्ता वाली एफआरपी से बनी लगभग 10,000 टैक्सियों की आवश्यकता होगी।
गडकरी ने कुछ महीने पहले एक जल टैक्सी सेवा का प्रस्ताव रखा था जो मुम्बई को वसई, कल्याण और डोंबिवली उपनगरों तथा नवी मुम्बई अंतर्राष्ट्रीय हवाई अड्डे से मात्र 17 मिनट में जोड़ेगी। गडकरी ने मंगलवार को यहां आयोजित 11वें अंतर्राष्ट्रीय प्रबलित प्लास्टिक सम्मेलन ‘आईसीईआरपी 2025’ का उद्घाटन करने के बाद इस योजना को दोहराया। नवी मुंबई हवाई अड्डे के पास एक जेटी के निर्माण पर भी काम शुरू हो गया है, जिससे यातायात की भीड़ और वायु प्रदूषण में काफी कमी आ सकती है। उन्होंने संकेत दिया कि चूंकि इस सेवा के लिए मुम्बई और ठाणे के आसपास के जलमार्गों का उपयोग किया जाएगा, इसलिए जल टैक्सियों के लिए संक्षारण प्रतिरोधी और टिकाऊ मिश्रित प्लास्टिक सामग्री का उपयोग उपयोगी होगा।
इस सम्मेलन के अवसर पर 21 से 23 जनवरी, 2025 तक मुंबई प्रदर्शनी केंद्र, गोरेगांव, मुंबई में एफआरपी सामग्रियों पर आधारित नवीन उत्पादों और प्रौद्योगिकियों की एक प्रदर्शनी की भी योजना बनाई गई है। गडकरी ने कहा कि एफआरपी संगठन को इस सामग्री की गुणवत्ता बनाए रखते हुए इसके संभावित उपयोगों का पता लगाना चाहिए। मिश्रित सामग्रियां आशाजनक हैं और उन्नत प्रौद्योगिकी तथा स्थानीय कच्चे माल के उपयोग से लागत में 25 से 30 प्रतिशत तक कमी की जा सकती है। एफआरपी का उपयोग रक्षा क्षेत्र, शिपिंग, ऑटोमोटिव उद्योग, बुनियादी ढांचे, निर्माण और यहां तक कि हवाई अड्डों में भी किया जा सकता है। यह भावी सामग्री देश के बुनियादी ढांचे, नवाचार और प्रतिस्पर्धा के विकास को गति दे सकती है।
About The Author
Whatsapp बटन दबा कर इस न्यूज को शेयर जरूर करें |
Advertising Space
Recent Comments