मुख्यमंत्री पद को लेकर अमित शाह और विनोद तावड़े के बीच चर्चा; क्या बीजेपी अपनाएगी चौंकाने वाली रणनीति?
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एकनाथ शिंदे द्वारा प्रेस कॉन्फ्रेंस कर खुद को मुख्यमंत्री पद की दौड़ से बाहर करने के बाद अब बीजेपी की ओर से मुख्यमंत्री पद की दावेदारी शुरू हो गई है.
विधानसभा चुनाव में प्रचंड बहुमत मिलने के बाद मुख्यमंत्री पद को लेकर महागठबंधन में जबरदस्त खींचतान देखने को मिली. 23 नवंबर को नतीजे आने के बाद मुख्यमंत्री पद को लेकर भ्रम दूर होने में चार दिन लग गए. कार्यवाहक मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे ने कल (27 नवंबर) प्रेस कॉन्फ्रेंस की और कहा कि वह मुख्यमंत्री पद को लेकर प्रधानमंत्री मोदी द्वारा लिए गए फैसले से सहमत होंगे. शिंदे के मुख्यमंत्री पद की दावेदारी छोड़ने के बाद अब बीजेपी में मुख्यमंत्री पद पर किसे बिठाया जाए इस पर चर्चा शुरू हो गई है. महाराष्ट्र में बीजेपी के नेता देवेन्द्र फड़णवीस के नाम पर जोर देते हुए केंद्रीय नेतृत्व सभी पक्षों पर विचार करता नजर आ रहा है. समाचार चैनलों की रिपोर्ट के अनुसार केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह और भाजपा के राष्ट्रीय महासचिव विनोद तावड़े के बीच कल इस मुद्दे पर लंबी चर्चा हुई।
रिपोर्ट्स के मुताबिक, अमित शाह और विनोद तावड़े के बीच बुधवार रात 40 मिनट तक बातचीत हुई. बताया जा रहा है कि शाह ने गैर-मराठा मुख्यमंत्री बनाए जाने पर मराठा वोटों पर पड़ने वाले असर का जायजा लिया है. शाह ने आगामी चुनाव, फड़णवीस के चेहरे और मराठा-ओबीसी वोटों के बारे में जानकारी ली. एक तरफ जब इस बात की जोरदार चर्चा है कि देवेन्द्र फड़णवीस को मुख्यमंत्री पद के लिए नामांकित किया जाएगा तो क्या बीजेपी अन्य राज्यों की तरह चौंकाने वाली रणनीति अपनाएगी क्योंकि केंद्रीय नेतृत्व राज्य के समीकरणों को जानता है? अब राजनीतिक गलियारों में इसकी चर्चा होने लगी है.
क्या अन्य राज्यों वाले प्रयोग महाराष्ट्र में किये जायेंगे?
पिछले दो वर्षों में भाजपा ने अन्य राज्यों में स्थापित नेतृत्व को हटाकर नया नेतृत्व दिया है। मध्य प्रदेश में उन्होंने शिवराज सिंह चौहान की जगह डाॅ. मोहन यादव, छत्तीसगढ़ में रमन सिंह की जगह विष्णु देव साय, राजस्थान में वसुधंरा राजे की जगह भजनलाल शर्मा और हरियाणा में नायब सिंह सैनी की जगह मनोहरलाल खट्टर को किनारे कर दिया गया। क्या बीजेपी ने दूसरे राज्यों में नए नेतृत्व को सामने लाने के लिए चौंकाने वाली रणनीति अपनाई थी, वही प्रयोग महाराष्ट्र में भी किया जाएगा? इसे आने वाले दिनों में समझा जा सकता है.
फडनवीस को जिताएं, अमित शाह का बयान
इस बीच भले ही अमित शाह अब मुख्यमंत्री पद को लेकर चर्चा कर रहे हैं, लेकिन उन्होंने खुद शिराला की बैठक में कहा कि विधानसभा चुनाव प्रचार में देवेंद्र फड़णवीस को हराना चाहिए. इस बयान से कुछ देर के लिए महागठबंधन में हलचल देखी गयी. उस वक्त कहा गया था कि अमित शाह ने परोक्ष रूप से संकेत दिया है कि बीजेपी का ही मुख्यमंत्री बनेगा. इसके बाद बीजेपी ने तुरंत इस पर सफाई दी और इसका सार निकाला.
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