‘जमीन पर लोकतंत्र!’ अधिनायकवाद का उदय कि..’; 141 सांसदों के निलंबन के बाद सरकार से नाराज हुईं मराठी अभिनेत्री
1 min read
|








१४१ सांसद सस्पेंडेड मराठी अभिनेत्री नाराज: शुक्रवार को 13, सोमवार को 78 और मंगलवार को 49 सांसदों को सस्पेंड किए जाने के बाद इस मराठी एक्ट्रेस ने सीधे सोशल मीडिया पर अपना गुस्सा जाहिर किया है.
१४१ सांसद निलंबित मराठी अभिनेत्री नाराज: दिल्ली में देखा गया कि ‘इंडिया’ गठबंधन के सांसदों का निलंबन सत्र मंगलवार को भी जारी है. कथित तौर पर आपत्तिजनक व्यवहार में शामिल होने के लिए लोकसभा में अन्य 49 सांसदों के खिलाफ कार्रवाई की गई। पिछले 5 दिनों में दोनों सदनों से 141 सांसदों को निलंबित कर दिया गया. विपक्षी दलों ने नए संसद भवन में सांसदों के निलंबन का एक अलग इतिहास रचने के लिए भारतीय जनता पार्टी के नेतृत्व वाली सरकार की आलोचना की है। विपक्षी दलों ने मांग की थी कि केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह सदन में आएं और संसद में सुरक्षा उल्लंघन की घटना पर बयान दें. दोनों सदनों में विपक्ष आक्रामक हो गया. फिर शुक्रवार को 13, सोमवार को 78 और मंगलवार को 49 सांसदों को निलंबित कर दिया गया. इस मामले का असर अब सोशल मीडिया पर भी दिखने लगा है. वहीं अब मराठमोली एक्ट्रेस तेजस्विनी पंडित ने सोशल मीडिया पर अपना गुस्सा जाहिर किया है.
मराठी अभिनेत्री गुस्से में थीं
मराठीअभिनेत्री तेजस्विनी पंडित ने सोशल मीडिया पर एक वीडियो शेयर कर अपनी भावनाएं व्यक्त की हैं. मंगलवार को निलंबित किए गए सांसदों में शरद पवार सांसद सुप्रिया सुले, कांग्रेस सांसद शशि थरूर के साथ राष्ट्रवादी सांसद अमोल कोल्हे भी शामिल हैं. मंगलवार को सांसदों के निलंबन के बाद बीबीसी ने पूरे मामले पर एक वीडियो शेयर किया. इस वीडियो में निलंबित सांसद सुप्रिया सुले द्वारा रिकॉर्ड की गई प्रतिक्रिया भी नजर आ रही है. इसी वीडियो को तेजस्विनी ने अपनी इंस्टाग्राम स्टोरी पर शेयर किया है.
तेजस्विनी ने क्या कहा?
निलंबित सांसदों की प्रतिक्रिया का वीडियो शेयर करते हुए तेजस्विनी ने सत्ताधारियों पर निशाना साधा है. इतनी बड़ी संख्या में विपक्षी सांसदों को निलंबित करने के बाद, तेजस्विनी ने एक साहसिक कदम उठाया है कि अब बिलों को सरकार द्वारा पारित किया जा सकता है। तेजस्विनी ने कहा कि सरकार के पास पहले से ही बहुमत था और अब इस निलंबन के बाद कोई विरोध करने वाला नहीं है. “चलो जल्दी से बिल पास करो, बहुमत पहले से ही था, लेकिन अब विरोध करने वाला कोई नहीं है! लोकतंत्र जमीन पर बैठा है! तानाशाही का उदय या अंत तक का सफर?” ऐसे कैप्शन के साथ तेजस्विनी ने निलंबित सांसदों का एक वीडियो शेयर किया है.
…और निलंबन शुरू हो गया
विपक्षी सांसदों ने सदन की कार्यवाही में नियमों का उल्लंघन किया है. साथ ही, लोकसभा में संसदीय कार्य मंत्री प्रह्लाद जोशी और राज्यसभा में सदन के नेता पीयूष गोयल ने विपक्षी सांसदों के निलंबन का प्रस्ताव रखा और कारण बताया कि उनका व्यवहार बेहद आक्रामक और गलत था। प्रस्ताव को ध्वनिमत से मंजूरी दे दी गई. इसके बाद विपक्षी सांसदों का निलंबन शुरू हो गया.
About The Author
Whatsapp बटन दबा कर इस न्यूज को शेयर जरूर करें |
Advertising Space
Recent Comments