इंजीनियर्स की नौकरियों पर DANGER, जगह ले लेंगे AI Agents; यह क्या बोल गए ChatGPT के मालिक।
1 min read
                | 
                 | 
        








ChatGPT बनाने वाली कंपनी OpenAI के सीईओ सैम ऑल्टमैन ने ऐसी बात कही है, जिससे सॉफ्टवेयर इंजीनियर्स के होश उड़ गए हैं. उनका कहना है कि ये AI एजेंट्स जल्द ही उन कामों को करने लगेंगे, जो फिलहाल कुछ सालों के अनुभव वाले सॉफ्टवेयर इंजीनियर करते हैं. उन्होंने हाल ही में एक ब्लॉग पोस्ट में इस बारे में चर्चा की, जिसमें उन्होंने बताया कि आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस कितनी तेजी से आगे बढ़ रही है.
OpenAI के CEO सैम ऑल्टमैन ने AI एजेंट्स को लॉन्च करना शुरू कर दिया है, जो भविष्य में इंसानों के वर्चुअल को-वर्कर बन सकते हैं. उनका कहना है कि ये AI एजेंट्स जल्द ही उन कामों को करने लगेंगे, जो फिलहाल कुछ सालों के अनुभव वाले सॉफ्टवेयर इंजीनियर करते हैं. उन्होंने हाल ही में एक ब्लॉग पोस्ट में इस बारे में चर्चा की, जिसमें उन्होंने बताया कि आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस कितनी तेजी से आगे बढ़ रही है और इसका विभिन्न उद्योगों पर क्या प्रभाव पड़ सकता है.
सॉफ्टवेयर इंजीनियरिंग में AI की एंट्री
ऑल्टमैन ने उदाहरण दिया कि एक सॉफ्टवेयर इंजीनियरिंग AI एजेंट टॉप कंपनियों में काम करने वाले इंजीनियर्स के कुछ कार्यों को पूरा कर सकता है. हालांकि, उन्होंने यह भी साफ किया कि ये AI एजेंट कुछ दिनों में दिए गए टास्क को पूरा कर सकते हैं, लेकिन वे खुद से इनोवेटिव आइडियाज नहीं ला सकते और उन्हें इंसानों की निगरानी की जरूरत होगी.
लंबे समय में, ऑल्टमैन एक ऐसे भविष्य की कल्पना कर रहे हैं, जहां AI एजेंट्स विभिन्न क्षेत्रों में ज्ञान-आधारित कामों को संभालेंगे. उन्होंने कहा, ‘अब कल्पना कीजिए कि ऐसे 1,000 या 1 मिलियन AI एजेंट्स हों,” जो दिखाता है कि ये कितनी बड़ी स्केल पर काम कर सकते हैं. उन्होंने AI के प्रभाव की तुलना ट्रांजिस्टर से की, जिसने उद्योगों में क्रांति ला दी थी, लेकिन अब यह इतना सामान्य हो गया है कि लोग इसे नोटिस भी नहीं करते.
AGI का बढ़ता प्रभाव
ऑल्टमैन की ये बातें ऐसे समय में आई हैं, जब आर्टिफिशियल जनरल इंटेलिजेंस (AGI) वास्तविकता के करीब पहुंच रही है. उनका मानना है कि AGI इंसानों की तरह जटिल समस्याओं को हल कर सकता है और इससे आर्थिक विकास को बढ़ावा मिलेगा. उन्होंने कहा कि आने वाले दशक में एक आम व्यक्ति भी आज के सबसे प्रभावशाली लोगों से अधिक काम कर पाएगा. हालांकि, उन्होंने इस बात पर चिंता भी जताई कि पूंजी और श्रम के बीच संतुलन बनाए रखना चुनौतीपूर्ण होगा. उन्होंने सुझाव दिया कि लोगों को अधिक AI संसाधनों तक पहुंच मिलनी चाहिए, हालांकि उन्होंने स्वीकार किया कि यह विचार थोड़ा अलग लग सकता है.
Meta की प्लानिंग: मिड-लेवल इंजीनियर्स की जगह लेगा AI
Meta के CEO मार्क जुकरबर्ग ने हाल ही में घोषणा की कि Meta और अन्य टेक कंपनियां इस साल मिड-लेवल इंजीनियर्स की जगह AI को ला सकती हैं. इससे सॉफ्टवेयर डेवलपमेंट का तरीका पूरी तरह बदल सकता है. उन्होंने कहा, ‘हम ऐसे मुकाम तक पहुंच जाएंगे, जहां हमारे ऐप्स में जो भी कोड लिखा जाएगा, वह इंसानों के बजाय AI इंजीनियर्स द्वारा लिखा जाएगा.’ एक रिपोर्ट के अनुसार, Meta में मिड-लेवल सॉफ्टवेयर इंजीनियर्स की सैलरी छह अंकों में होती है, जिसे AI के जरिए काफी हद तक कम किया जा सकता है.
Google पहले से ही AI का उपयोग कर रहा है
कुछ महीने पहले, Google के CEO सुंदर पिचाई ने बताया था कि Google में लिखे जाने वाले नए कोड का 25% से अधिक AI द्वारा जेनरेट किया जा रहा है, जिसमें इंसानी इंजीनियर्स केवल फाइनल रिव्यू कर रहे हैं. बड़ी टेक कंपनियां दावा कर रही हैं कि AI का असर इंसानों की नौकरियों पर नहीं पड़ेगा, लेकिन समय ही बताएगा कि यह सच है या नहीं. कंपनियां पहले ही हजारों कर्मचारियों की छंटनी कर रही हैं, यह कहकर कि यह कॉस्ट-सेविंग और परफॉर्मेंस इश्यूज की वजह से किया जा रहा है. अगर AI इंसानों की जगह सफलतापूर्वक ले लेता है, तो कंपनियां उन्हें वर्चुअल AI मॉडल्स से बदलने में देर नहीं करेंगी.
About The Author
| 
                 Whatsapp बटन दबा कर इस न्यूज को शेयर जरूर करें  | 
        
Advertising Space
        
                        










Recent Comments