नमस्कार 🙏 हमारे न्यूज पोर्टल - मे आपका स्वागत हैं ,यहाँ आपको हमेशा ताजा खबरों से रूबरू कराया जाएगा , खबर ओर विज्ञापन के लिए संपर्क करे +91 8329626839 ,हमारे यूट्यूब चैनल को सबस्क्राइब करें, साथ मे हमारे फेसबुक को लाइक जरूर करें ,

Recent Comments

    test
    test
    OFFLINE LIVE

    Social menu is not set. You need to create menu and assign it to Social Menu on Menu Settings.

    April 30, 2025

    गर्भवती महिला कर्मचारी को कंपनी देगी 1 करोड़ रुपए; वास्तव में क्या हुआ? हर कर्मचारी को पता होना चाहिए!

    1 min read
    😊 कृपया इस न्यूज को शेयर करें😊

    कई कंपनियां मातृत्व अवकाश पर गई महिला कर्मचारियों के साथ अनुचित व्यवहार करने की दोषी हैं।

    निजी कंपनियों में काम करने वाली महिलाओं के लिए यह बहुत महत्वपूर्ण खबर है। कंपनी कर्मचारियों को विभिन्न छुट्टियां प्रदान करती है। विशेष रूप से, महिला कर्मचारियों को विशिष्ट मातृत्व अवकाश दिया जाता है। लेकिन कई कंपनियां मातृत्व अवकाश पर गई महिला कर्मचारियों के साथ अनुचित व्यवहार करने की दोषी हैं। ऐसे ही एक मामले में पीड़ित महिला अदालत गई और उसे कंपनी को एक करोड़ रुपये का मुआवजा देने का आदेश दिया गया।

    यह घटना ब्रिटेन के बर्मिंघम स्थित एक कंपनी में घटी। एक महिला ने अपनी गर्भावस्था के कारण कंपनी से घर से काम करने की अनुमति मांगी। इस कारण कंपनी ने महिला कर्मचारी को नौकरी से निकाल दिया। उसके लाइन मैनेजर ने उसे ‘जैज़ हैंड’ इमोजी भेजी, जो एक मुस्कुराता हुआ इमोजी है। लेकिन इस घटना के बाद यूके एम्प्लॉयमेंट ट्रिब्यूनल ने महिला को 93 हजार यूरो यानी करीब 1 करोड़ रुपये मुआवजे के तौर पर देने का आदेश दिया।

    कंपनी ने कहा, ‘आपकी अनुपस्थिति में लंबित कार्य पूरे नहीं होंगे’
    मिलुस्का रोमन प्रॉपर्टी ग्रुप में निवेश सलाहकार के रूप में शामिल हुईं और अक्टूबर में उन्हें अपनी गर्भावस्था के बारे में पता चला, जबकि वे मॉर्निंग सिकनेस से भी पीड़ित थीं। गर्भवती मिलुस्का के बीमार पड़ने के बाद उसने 1 दिसंबर 2022 को अपने टीम लीडर कबीर को संदेश भेजकर मामले की जानकारी दी। लेकिन उनसे कहा गया कि आपकी अनुपस्थिति में लंबित कार्य पूरा नहीं हो सकेगा।

    महिला ने क्या कहा?
    जैसे-जैसे उसकी बीमारी बिगड़ती गई, मिलुस्का ने घर से काम करने को कहा। लेकिन 1 दिसंबर के बाद कबीर ने मिलुस्का को संदेश भेजकर बताया कि उसे नौकरी से निकाल दिया गया है। मिलुस्का यह संदेश देखकर आश्चर्यचकित हुआ। उसने स्पष्ट रूप से अपनी प्रतिक्रिया दी। इसमें उन्होंने लिखा, ‘मैं उलझन में हूं कि क्या हो रहा है। मुझे गर्भावस्था से संबंधित समस्याएं थीं लेकिन फिर भी मैं योजना के अनुसार घर से ही काम कर रही थी। मैं तब भी काम कर रहा था जब मेरी तबियत ठीक नहीं थी, लेकिन फिर भी मुझे नौकरी से निकाल दिया गया।’

    निर्णय देते समय न्यायाधीश ने क्या कहा?
    कबीर ने अदालत में अपना मामला पेश किया। उन्हें 1 दिसंबर से वेतन नहीं मिला था। लेकिन कबीर ने कहा कि इसका मतलब यह नहीं है कि उन्हें नौकरी से निकाल दिया गया है। लेकिन अदालत ने कहा कि इसका मतलब यह है कि उसकी नौकरी खतरे में है। उसे नौकरी से निकाल दिया गया क्योंकि वह गर्भवती थी। इसलिए, उसे मुआवजा मिलना चाहिए, न्यायाधीश ने आगे कहा। यह मामला सोशल मीडिया पर खूब चर्चा में रहा। जिसमें नेटिजन्स मिलुस्का के पीछे खड़े नजर आ रहे हैं

    About The Author


    Whatsapp बटन दबा कर इस न्यूज को शेयर जरूर करें 

    Advertising Space


    स्वतंत्र और सच्ची पत्रकारिता के लिए ज़रूरी है कि वो कॉरपोरेट और राजनैतिक नियंत्रण से मुक्त हो। ऐसा तभी संभव है जब जनता आगे आए और सहयोग करे.

    Donate Now

    Leave a Reply

    Your email address will not be published. Required fields are marked *

    Copyright © All rights reserved for Samachar Wani | The India News by Newsreach.
    3:06 PM