Claudia Sheinbaum: एक वैज्ञानिक जो बनने जा रहीं मेक्सिको की पहली महिला राष्ट्रपति, जानें कौन हैं क्लाउडिया शिनबाम।
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इस चुनाव को मेक्सिको में महिलाओं के लिए एक बड़ा परिवर्तन माना जा रहा है. राष्ट्रपति पद के प्रमुख उम्मीदवार में दो महिलाओं के बीच कांटे की टक्कर है.
क्लाउडिया शिनबाम (Claudia Sheinbaum) ऐतिहासिक जीत के साथ मैक्सिको की पहली महिला राष्ट्रपति बनने जा रही हैं. मेक्सिको सिटी की 61 वर्षीय पूर्व मेयर को रविवार के चुनाव में 56% वोट मिलने का अनुमान है, जिसमें वह अपनी मुख्य उनका मुख्य मुकाबला व्यवसायी जोचिटल गाल्वेज़ (Xóchitl Gálvez) से हैं जिन्हें हराने में शिनबाम को कोई मुश्किल नहीं होनी चाहिए. बीबीस के मुताबिक शुरुआती परिणामों में भी उन्हें व्यापक बढ़त मिल रही है.
इस चुनाव को मेक्सिको में महिलाओं के लिए एक बड़ा परिवर्तन माना जा रहा है. राष्ट्रपति पद के प्रमुख उम्मीदवार में दो महिलाओं के बीच कांटे की टक्कर है और जीत किसी भी की हो इस चुनाव में मेक्सिको को पहली महिला राष्ट्रपति मिलने जा रही है. वहीं तीसरे उम्मीदवार के रूप में जॉर्ज अल्वारेज मायनेज चुनाव मैदान में हैं, जो चुनाव में बहुत पीछे नजर आ रहे हैं.
लैटिन अमेरिका के अन्य देशों में महिलाएं राष्ट्रपति पद संभाल चुकी हैं. इनमें ब्राजील, चिली और अर्जेंटीना शामिल हैं लेकिन मैक्सिको में एक महिला का राष्ट्रपति बनना बहुत महत्वपूर्ण है.
ओब्रेडोर की जगह लेंगी शिनबाम
अगर एग्जिट पोल की भविष्यवाणी सही साबित होती शिनबाम 1 अक्टूबर को अपने मार्गदर्शक, निवर्तमान राष्ट्रपति आंद्रेस मैनुअल लोपेज़ ओब्रेडोर का स्थान लेंगी. शिनबाम यह कहती रही हैं कि लोपेज़ ओब्रेडोर द्वारा की गई ‘प्रगति’ पर काम करना जारी रखेंगी. दोनों ही नेता सत्तारूढ़ मोरेना पार्टी से ताल्लुक रखते हैं.
मोरेना पार्टी के वर्तमान में 23 गवर्नर और पार्टी को कांग्रेस के दोनों सदनों में बहुमत प्राप्त है. मेक्सिको का संविधान राष्ट्रपति के फिर से चुने जाने की इजाजत नहीं देता है.
कौन हैं शीनबाम?
तीन बच्चों में से दूसरे नंबर की शीनबाम एक यहूदी परिवार से संबंध रखती है. उनकी नाना-नानी 1930 के दशक में नाजी आक्रमण से बचने के लिए बुल्गारिया से मैक्सिको चले आए थे.
मेक्सिको सिटी में पली-बढ़ी शीनबाम ने गिटार बजाना और बैले डांस सीखा. सके बारे में उनके आलोचकों ने उन्हें अभिजात्य और आम मैक्सिकन लोगों से दूर बताने के लिए उनका इस्तेमाल किया है.
15 साल की उम्र में सामाजिक कार्यों से जुड़ीं
शीनबाम की सक्रियता बहुत कम उम्र में ही शुरू हो गई थी. 15 साल की उम्र में, उन्होंने अपने लापता बच्चों की तलाश कर रही माताओं के समूहों की मदद करने करने लगी.
उसी समय उनकी मुलाकात प्रमुख मानवाधिकार कार्यकर्ता और वामपंथी नेता रोसारियो इबारा से हुई, जो बाद में 1982 में राष्ट्रपति पद के लिए चुनाव लड़ने वाली पहली महिला बनीं.
1980 के दशक के दौरान शीनबाम छात्र आंदोलनों में सक्रिय भागीदार बनीं और शिक्षा नीतियों में राज्य के हस्तक्षेप के खिलाफ विरोध प्रदर्शनों में शामिल हुईं.
एनर्जी इंजीनियरिंग में डॉक्टरेट की उपाधि ली
1995 में, उन्होंने मेक्सिको के नेशनल ऑटोनॉमस यूनिवर्सिटी से एनर्जी इंजीनियरिंग में डॉक्टरेट की उपाधि प्राप्त की. अपनी डॉक्टरेट थीसिस तैयार करने के दौरान, उन्होंने संयुक्त राज्य अमेरिका के बर्कले में कैलिफोर्निया यूनिवर्सिटी में समय बिताया, जहाँ उन्होंने अपनी अंग्रेजी को निखारा.
इसके बाद के वर्षों में शीनबाम ने शिक्षण और अकादमिक करियर को आगे बढ़ाया, जिसमें संयुक्त राष्ट्र के जलवायु परिवर्तन पर अंतर-सरकारी पैनल (आईपीसीसी) में एक कार्यकाल भी शामिल था. आईपीसीसी को बाद में पूर्व अमेरिकी उपराष्ट्रपति अल गोर के साथ नोबेल शांति पुरस्कार मिला था.
2000 में हुआ राजनीतिक करियार का आगाज
शीनबाम का राजनीतिक करियर 2000 में शुरू हुआ, जब मेक्सिको सिटी के तत्कालीन नवनिर्वाचित मेयर लोपेज़ ओब्रेडोर ने उन्हें अपना पर्यावरण प्रमुख बनाने के लिए चुना. ओब्रेडोर को मेगासिटी के तीव्र प्रदूषण और परिवहन संबंधी समस्याओं से निपटने में मदद करने के लिए प्रगतिशील मूल्यों वाले वैज्ञानिक चाहिए था.
2018 में शीनबाम राजधानी मेक्सिको सिटी की पहली महिला मेयर के रूप में ऐतिहासिक चुनावी जीत हासिल करने में सफल रही.
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