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    April 23, 2025

    जनगणना से जुटाया जा सकता है ओबीसी आबादी का जातिवार आंकड़ा, कांग्रेस ने सरकार को सुझाई तरकीब।

    1 min read
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    भारत सरकार अगले कुछ महीनों में जनगणना करा सकती है. कांग्रेस ने सुझाव दिया है कि जनगणना की प्रश्नावली में एक और कॉलम जोड़कर OBC का जातिवार आंकड़ा जुटाया जा सकता है.

    कांग्रेस ने एक बार फिर से जाति आधारित जनगणना की मांग उठाई है. पार्टी ने गुरुवार को कहा कि जनगणना की प्रश्नावली में एक अतिरिक्त कॉलम जोड़कर अन्य पिछड़े वर्गों (ओबीसी) का जातिवार आंकड़ा एकत्र किया जा सकता है. पार्टी महासचिव जयराम रमेश ने कहा कि ऐसा होने से जाति जनगणना की व्यापक मांग पूरी होगी और सकारात्मक कार्य वाले कार्यक्रमों को और मजबूत आधार मिलेगा.

    रमेश ने X पर लिखा, ‘भारत में हर 10 साल में नियमित रूप से जनगणना होती रही है. पिछली जनगणना 2021 में होनी थी और 2021 की जनगणना न होने का मतलब है कि आर्थिक योजना और सामाजिक न्याय के कार्यक्रमों के लिए जरूरी महत्वपूर्ण जानकारी एकत्र नहीं की जा सकी है. उदाहरण के लिए, राष्ट्रीय खाद्य सुरक्षा अधिनियम, 2013/पीएम गरीब कल्याण अन्न योजना के तहत 12 करोड़ से ज़्यादा भारतीयों को उनका कानूनी हक नहीं मिल पा रहा है.’

    एक कॉलम जोड़कर मिल जाएगा OBC का डेटा
    उन्होंने कहा, ‘अब ऐसी खबरें हैं कि केंद्र सरकार अगले कुछ महीनों में लंबे समय से लंबित और अस्वीकार्य रूप से विलंबित इस जनगणना को करवा सकती है.’ रमेश ने कहा, ‘1951 से हर जनगणना में अनुसूचित जातियों और अनुसूचित जनजातियों की आबादी के बारे में जातिवार आंकड़ा एकत्र किया जाता रहा है. बिना किसी परेशानी के सिर्फ एक अतिरिक्त कॉलम जोड़कर जनगणना की प्रश्नावली में ओबीसी आबादी के बारे में भी जातिवार आंकड़ा एकत्र किया जा सकता है.’

    रमेश ने कहा कि ऐसा होने से जाति संबंधी जनगणना की व्यापक मांग पूरी होगी और सकारात्मक कार्य वाले कार्यक्रमों को और मजबूत आधार मिलेगा. रमेश ने कहा कि जनगणना संविधान की सातवीं अनुसूची के क्रमांक 69 में सूचीबद्ध है और यह केंद्रीय सूची के अंतर्गत आता है जिसका अर्थ है कि जनगणना कराना केवल केंद्र सरकार की जिम्मेदारी है.

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