सचिन की जिंदगी का बड़ा राज, पूरे करियर में कभी नहीं किया ऐसा काम; इसलिए करोड़ों भारतीय फैंस हैं दीवाने।
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मास्टर ब्लास्टर सचिन तेंदुलकर ने अपने क्रिकेट करियर के दौरान कभी भी शराब का प्रमोशन नहीं किया. सचिन तेंदुलकर ने खुद इस बात का खुलासा एक इंटरव्यू में किया था. सचिन तेंदुलकर ने एक निजी हिंदी न्यूज चैनल को दिए इंटरव्यू में बताया था कि उन्होंने अपने पिता को बड़ा वचन दिया था.
मास्टर ब्लास्टर सचिन तेंदुलकर ने अपने क्रिकेट करियर के दौरान कभी भी शराब का प्रमोशन नहीं किया. सचिन तेंदुलकर ने खुद इस बात का खुलासा एक इंटरव्यू में किया था. सचिन तेंदुलकर ने एक निजी हिंदी न्यूज चैनल को दिए इंटरव्यू में बताया था कि उन्होंने अपने पिता को बड़ा वचन दिया था.
सचिन तेंदुलकर ने कभी नहीं किया ऐसा काम
सचिन तेंदुलकर ने कहा, ‘मैंने अपने पिता से वादा किया था कि मैं कभी तंबाकू उत्पादों या अल्कोहल का विज्ञापन नहीं करूंगा. सचिन ने कहा, ‘मेरे पिता ने मुझे बताया कि मैं एक रोल मॉडल हूं और बहुत सारे लोग आप का अनुसरण करेंगे. यही कारण है कि मैंने कभी तंबाकू उत्पादों या अल्कोहल का समर्थन नहीं किया.’
करोड़ों भारतीय फैंस हैं दीवाने
सचिन ने कहा, ‘1990 के दशक में मेरे बल्ले पर कोई स्टिकर नहीं था. मेरे पास अनुबंध नहीं था, लेकिन टीम में हर कोई विशेष रूप से विल्स और फोर स्क्वॉयर का प्रमोशन कर रहे थे, लेकिन फिर भी मैंने अपने पिता को दिए हुए वादे को नहीं तोड़ा. मैंने इन ब्रांड्स का समर्थन नहीं किया.’
पिता से किया हुआ वादा
सचिन ने बताया, ‘मुझे उनके ब्रांड के स्टिकर को बल्ले पर लगाकर प्रोमोशन करने के कई प्रस्ताव मिले, लेकिन मैं उन सभी का समर्थन नहीं करना चाहता था. मैं इन दोनों चीजों (सिगरेट और शराब ब्रांड्स) से दूर रहा और कभी अपने पिता से किया हुआ वादा नहीं तोड़ा.’
सचिन को कहा जाता है क्रिकेट का भगवान
बता दें कि सचिन को क्रिकेट का भगवान कहा जाता है. उन्होंने अपने करियर के दौरान वनडे में 18,426 और टेस्ट में 15,921 रन बनाए हैं. सभी प्रारूपों को मिलाकर सचिन के नाम 100 अंतरराष्ट्रीय शतक हैं. बता दें कि सचिन तेंदुलकर के नाम वनडे क्रिकेट में पहला दोहरा शतक जड़ने का रिकॉर्ड है. 24 फरवरी 2010 को सचिन ने वनडे इंटरनेशनल क्रिकेट का पहला दोहरा शतक जड़ा.
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