NEET UG कर रहे हैं तैयारी? इन 5 तरीकों से उठा लिया NCERT का लाभ तो आपका सेलेक्शन पक्का!
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अगर आप अगले साल नीट यूजी 2025 की परीक्षा में शामिल होने वाले हैं, और सेलेक्शन चाहते हैं, तो आपके लिए NCERT की किताबों को सही तरह से कवर करना बेहद जरूरी है. इसके लिए आप नीचे बताए गए सुझाव देख सकते हैं.
हर साल, देशभर से लाखों उम्मीदवार प्रतिष्ठित मेडिकल कॉलेज में एडमिशन पाने के लिए इस परीक्षा में शामिल होते हैं. NEET UG की परीक्षा एमबीबीएस (MBBS) और बीडीएस (डेंटल) कोर्स में एडमिशन के लिए एक इंटिग्रेटिड प्रवेश परीक्षा के रूप में कार्य करती है.
इस वार्षिक परीक्षा की तैयारी के लिए छात्र कई तरह के कदम उठाते हैं, जिसमें प्राइवेट ट्यूशन लेना, कोचिंग सेंटरों से जुड़ना, एक्सट्रा लेक्चर में भाग लेना और स्कूल करिकुलम के अलावा साइड बाय साइड कोचिंग क्लास लेना भी शामिल है.
हालांकि, ऊपर बताए गए सभी उपायों में से, NCERT को कवर करना NEET UG की तैयारी का एक महत्वपूर्ण हिस्सा है.
कक्षा 11वीं और 12वीं के लिए NCERT की पाठ्यपुस्तकें NEET UG पाठ्यक्रम को काफी प्रभावित करती हैं. नीट परीक्षा का एक महत्वपूर्ण हिस्सा, लगभग 80-85%, NCERT पुस्तकों में शामिल कॉन्सेप्ट पर केंद्रित होता है. ऐसे में यहां उम्मीदवारों के लिए एनसीईआरटी पुस्तकों का प्रभावी ढंग से उपयोग करने के लिए पांच सुझाव दिए गए हैं.
1. NCERT की किताबें सिर्फ पढ़ें नहीं, बल्कि उन पर टिप्पणी करें, प्रश्न लिखें, डायग्राम या माइंड मैप के साथ कॉन्सेप्ट के बीच कनेक्शन बनाएं और मेन पॉइंट्स को अपने शब्दों में समराइज करें. इस प्रक्रिया से कॉन्सेप्ट को याद रखने और समझने में मदद मिलेगी.
2. एक बार जब आप एनसीईआरटी किताबों से एक कॉन्सेप्ट समझ लेते हैं, तो इसे पिछले साल के नीट परीक्षा प्रश्नों पर लागू करके अपनी नॉलेज को मजबूत करें. पिछले वर्ष के पेपर और मॉक टेस्ट देखें, जो विशेष रूप से NCERT कंटेंट पर फोकस्ड हों. अपनी गलतियों का एनालिसिस करें और गहरी समझ के लिए किताब के उन सेक्शन को दोबारा देखें.
3. डायग्राम को कम मत समझो! NCERT की किताबें इनफॉर्मेटिव डायग्राम और फिगर से भरी हई है. उन डायग्राम पर पूरा ध्यान दें, उनके द्वारा दी गई जानकारी को समझें और अपनी समझ का परीक्षण करने के लिए उन्हें दोबारा बनाएं और टेस्ट करें.
4. एनसीईआरटी की पुस्तकों में अक्सर हल की गई समस्याओं या अतिरिक्त नोट्स के साथ “उदाहरण” जैसे सेक्शन होते हैं, जो जटिल विषयों के बारे में विस्तार से बताते हैं. इन सेक्शन को ना छोड़ें.
5. आपके लिए ग्रुप स्टडी काफी सहायक हो सकता है, पारंपरिक तरीकों से दूसरों की समझ का अनुसरण करना आसान हो सकता है. यहां एक मोड़ है: एक NCERT फोकस्ड ग्रुप बनाएं, जहां आप बारी-बारी से एनसीईआरटी पुस्तक के स्पेसिफिक चैप्टर्स या विषयों को एक-दूसरे को समझाएं. यह एक्टिव टीचिंग आपकी अपनी समझ को मजबूत करेगा और आपको विभिन्न शिक्षण शैलियों से परिचित कराएगा.
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