अमरावती की फिटनेस क्वीन: सौ. खुशाली भोंडे का प्रेरणादायी सफर।
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अमरावती की महिलाओं के लिए खास ‘वन एंड ओनली‘ “ग्रेस एरोबिक्स फिटनेस सेंटर“ की संचालिका सौ. खुशाली मुकुल भोंडे ने अपने आत्मविश्वास, मेहनत और लगन से एक नई पहचान बनाई है। मुंबई की रहने वाली खुशाली भोंडे का सफर आसान नहीं था, लेकिन अपनी जिद और समर्पण के बल पर उन्होंने अमरावती में महिलाओं के लिए फिटनेस जागरूकता की नई लहर पैदा की।
संघर्ष से सफलता तक का सफर
खुशाली भोंडे का जन्म एक साधारण परिवार में हुआ। उनके पिता एक्साइज विभाग में इंस्पेक्टर थे, और माता एक गृहिणी। खुशाली ने एमबीए तक की शिक्षा प्राप्त की और बैंकिंग एवं इंश्योरेंस में विशेषज्ञता हासिल की। उनके पिता हर दिन योगा और एक्सरसाइज करते थे, जिससे प्रेरणा लेकर खुशाली को भी फिटनेस में रुचि हुई।
योगा में पेशेवर बनने के लिए उन्होंने रीबॉक इंटरनेशनल से सर्टिफिकेशन कोर्स पूरा किया। शादी के बाद खुशाली को दो जुड़वां बेटियां (रेवा और पूर्वा) हुईं, जिनकी देखभाल के कारण वे कुछ वर्षों तक अपने सपनों से दूर रहीं। लेकिन जैसे-जैसे बेटियां बड़ी हुईं, उनके ससुराल वालों का भी उन्हें पूरा सहयोग मिला।
फिटनेस सेंटर की शुरुआत
अपने सपने को साकार करने के लिए खुशाली ने भाड़े की जगह में 2012 में विनायक सभागृह, अमरावती में केवल 8-10 महिलाओं के साथ एरोबिक्स क्लास शुरू किया। शुरुआत में कई चुनौतियाँ आईं—कम जगह, आर्थिक परेशानी और समाज की नकारात्मक सोच। लेकिन खुशाली ने हार नहीं मानी।
उन्होंने महसूस किया कि महिलाओं के लिए एक सुरक्षित और विशेष फिटनेस सेंटर होना चाहिए। इसी सोच के साथ उन्होंने पन्नालाल नगर, अमरावती में अपनी खुद की जगह पर “ग्रेस एरोबिक्स फिटनेस सेंटर“ की स्थापना की।
महिलाओं में फिटनेस की जागरूकता
शुरुआत में महिलाओं की मानसिकता बदलना एक चुनौती थी। अधिकतर महिलाएं सोचती थीं कि घर पर भी योग किया जा सकता है, लेकिन खुशाली ने उन्हें स्वास्थ्य के प्रति जागरूक किया। आज उनके सेंटर में 12 से 60 वर्ष तक की महिलाएं नियमित रूप से आती हैं।
“ग्रेस एरोबिक्स फिटनेस सेंटर“ में कई स्वास्थ्य संबंधी गतिविधियाँ आयोजित की जाती हैं, जैसे:
१. सेल्फ-डिफेंस (कराटे) ट्रेनिंग
२. ब्लड डोनेशन कैंप
3. गायनेकोलॉजिस्ट सेमिनार
४. फूड न्यूट्रीशन सेमिनार
५. स्किन केयर सेमिनार
इनके प्रयासों से कई महिलाओं को पीसीओडी, इनफर्टिलिटी और डिप्रेशन जैसी समस्याओं से राहत मिली है। अमरावती के कई डॉक्टर भी अब अपने मरीजों को फिटनेस सुधार के लिए उनके सेंटर की सलाह देते हैं।
प्रेरणा और उपलब्धियाँ
खुशाली भोंडे का मानना है कि फिटनेस सिर्फ वजन कम करने का साधन नहीं है, बल्कि शारीरिक और मानसिक स्वास्थ्य के लिए एक आवश्यक प्रक्रिया है। अपने समर्पण और उत्कृष्ट कार्य के लिए उन्हें 2022 में पुणे में ग्लोबल फाउंडेशन द्वारा ‘भारतीय उद्योग रत्न पुरस्कार‘ से सम्मानित किया गया।
आत्मनिर्भरता का संदेश
खुशाली का मानना है कि हर महिला को आत्मनिर्भर बनना चाहिए। अपने हुनर और क्षमता पर विश्वास करते हुए अपने सपनों को पूरा करने की दिशा में आगे बढ़ना चाहिए। वे भविष्य में अपने फिटनेस सेंटर की फ्रैंचाइज़ी देने और इसे और अधिक आधुनिक बनाने की योजना बना रही हैं।
“प्रतिभा को नए पंख मिलें, सपनों को नई उड़ान मिले, आपके कार्यों का गौरव सदैव ऊँचा रहे।” सौ. खुशाली भोंडे को उनके उज्ज्वल भविष्य के लिए ढेर सारी शुभकामनाएँ!
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