बिना कोंचिग के ही UPSC में हासिल की 445वीं रैंक, उत्तराखंड की बेटी ने रोशन किया क्षेत्र का नाम।
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यूपीएससी परीक्षा 2025 में 445 वां स्थान हासिल करने वाली शाम्भवी तिवारी ने बताया कि 2021 में ग्रेजुएट पूरा होने के बाद मैंने यूपीएससी की तैयारी शुरू कर दी थी.
कहते हैं कुछ करने की चाह हो तो कठिन से कठिन रास्ते खुद आसन हो जाते हैं. यह लाइन उत्तराखंड के उधम सिंह नगर जनपद की रहने वाली शाम्भवी तिवारी पर बिल्कुल सटीक बैठती है. ऐसा हम इसलिए कह रहे हैं क्योंकि शाम्भवी तिवारी ने घर पर इंटरनेट पर मौजूद फ्री सामग्री से यूपीएससी की तैयारी कर दूसरे प्रयास में सफलता हासिल कर ली है. शाम्भवी तिवारी ने अपने दूसरे प्रयास में 445 रैंक हासिल कर अपने क्षेत्र एवं प्रदेश का नाम रौशन किया है. शाम्भवी तिवारी ने अपनी सफलता का श्रेय अपने माता पिता, नाना नानी और अपने परिवार के शुभचिंतकों को दिया है.
उधम सिंह नगर जनपद के किच्छा क्षेत्र बसंत गार्डन की रहने वाली शाम्भवी तिवारी ने गोविंद बल्लभ पंत कृषि एवं प्रौद्योगिकी विश्वविद्यालय से 2021 में इलेक्ट्रॉनिक इंजीनियरिंग की पढ़ाई पूरी करने के बाद गांधीनगर आईआईटी में एडमिशन ले लिया था. लेकिन फिर उन्हें लगा की सिविल सेवा की तरफ आगे बढ़ना चाहिए, जिसके बाद उन्होंने आईआईटी गांधी से एमटेक की पढ़ाई को ड्राप कर दिया. इसके बाद शाम्भवी ने घर से ऑनलाइन इंटरनेट के माध्यम से यूपीएससी से जुड़ी सामग्री एकत्र कर पढ़ाई शुरू कर दीं.
2023 के प्रिलिम्स में एक नंबर से रह गई शाम्भवी
शाम्भवी तिवारी ने पहली बार 2023 में यूपीएससी की परीक्षा दी, लेकिन प्रिलिम्स में एक नंबर से रह गई. सी टेट की परीक्षा में एक नंबर से रुकने के बाद उससे जुड़ी और अधिक सामग्री को एकत्र कर दोबारा से तैयारी में जुट गईं. इस बार जब यूपीएससी परीक्षा 2025 का रिजल्ट घोषित हुआ तो शाम्भवी तिवारी ने 445 रैंक हासिल कर इतिहास रच दिया.
यूपीएससी परीक्षा पास करने वाले शाम्भवी तिवारी के घर पर क्षेत्र के राजनीतिक एवं सामाजिक कार्यकर्ता के साथ साथ उनके शुभचिंतकों ने मिठाई खिलाकर उज्जवल भविष्य की कामना की. वहीं यूपीएससी परीक्षा पास करने वाले शाम्भवी तिवारी के पिता सुशील कुमार तिवारी और मां डॉ. निवेदिता अवस्थी ने बताया कि हमारी बेटी 8 से 10 घंटे रोज पढ़ाई करती थी. उसकी सफलता के लिए वो खुद जिम्मेदार है. हमें अपनी बेटी शाम्भवी पर गर्व है.
शाम्भवी ने लोगों को बताया कैसे कर सकते हैं तैयारी?
यूपीएससी की तैयारी के लिए लोग अक्सर प्रयागराज और दिल्ली जाते हैं. इसकी तैयारी के लिए मोटी रकम खर्च कर देते हैं. यूपीएससी परीक्षा 2025 में 445 वां स्थान हासिल करने वाली शाम्भवी तिवारी ने बताया कि 2021 में ग्रेजुएट पूरा होने के बाद मैंने यूपीएससी की तैयारी शुरू कर दी थी. दूसरी बार में मैंने यूपीएससी की परीक्षा पास कर लीं. उन्होंने बताया कि अगर आप देश के किसी भी कोने में रहते हैं तो आपको आज तैयारी के लिए लाखों रुपए खर्च करने की कोई जरूरत नहीं है. अगर आप चाहें तो घर बैठे ही इंटरनेट के माध्यम से तमाम जरूरी सामग्री एकत्र कर पढ़ाई कर सकते हैं. यूपीएससी की परीक्षा में सफलता हासिल कर चुके लोग भी आपको टेलीग्राम के माध्यम से सभी तरह के नोट्स उपलब्ध करा देते हैं.
यूपीएससी परीक्षा में 445वीं रैंक हासिल करने वाली शाम्भवी तिवारी का बचपन उनके नाना डॉ. राजेन्द्र प्रसाद अवस्थी, नानी रानी अवस्थी के घर पर ही बीता है. शाम्भवी को शुरूआती दिनों में नानी नाना ने अच्छे संस्कार के साथ साथ अच्छी शिक्षा में अहम योगदान निभाया है. यूपीएससी परीक्षा पास करने के अपनी सफलता का श्रेय नाना नानी, माता पिता और पड़ोस में रहने वाले अंकल डॉ. ध्रुव पांडे को दिया है.
यूपीएससी के लिए बनाई सोशल मीडिया से दूरी
यूपीएससी की 2025 की परीक्षा में 445 रैंक हासिल करने वाली शाम्भवी ने फेसबुक, इंस्टाग्राम समेत कई सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म से दूरी बना ली थी. लेकिन यूट्यूब और टेलीग्राम के माध्यम से अपनी पढ़ाई करती थी. शाम्भवी ने बताया कि तैयार के दौरान फेसबुक, इंस्टाग्राम समेत कई सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म से दूरी बनाई. लेकिन यूट्यूब और टेलीग्राम से पढ़ाई से जुड़ी सामग्री को एकत्र कर अपनी तैयारी करती थी.
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