जैसे ही 1 लाख के पार पहुंचा सोना, कोटक महिन्द्रा बैंक के संस्थापक ने की भारतीय गृहणियों की जमकर तारीफ।
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कोटक की टिप्पणी ने ऑनलाइन एक उत्साही बातचीत छेड़ दी, जिसमें कुछ लोगों ने भारतीय घरों में सोने में निवेश करने वाली पारंपरिक बुद्धिमत्ता की सराहना की, जबकि अन्य ने इसे एक रणनीति के रूप में रोमांटिक बनाने के खिलाफ चेतावनी दी.
इस साल सोने के दाम में अभूतपूर्व वृद्धि ने न केवल इन्वेस्टर्स का ध्यान अपनी ओर खींचा, बल्कि इस पुरानी बहस को भी एक बार फिर से हवा दे दी कि क्या सोने के प्रति भारत का ऐसा गहरा प्रेम सहज प्रवृत्ति या निवेश की समझ से प्रेरित है.
इस पूरे मामले पर अपना विचार रखते हुए कोटक बैंक के फाउंडर और बैंकर उदय कोटक ने सोशल मीडिया एक्स पर एक तीखी टिप्पणी साझा की. इसमें उन्होंने लिखा- “समय के साथ सोने का प्रदर्शन ये दर्शाता है कि इंडियन हाउसवाइफ दुनिया की सबसे चतुर फंड मैनेजर हैं.” उन्होंने आगे कहा, “सरकारें, केंद्रीय बैंक, अर्थशास्त्री, जो पंप प्राइमिंग और उच्च घाटे के वित्तपोषण का समर्थन करते हैं, उन्हें भारत से सीख लेने की आवश्यकता हो सकती है, जो हमेशा से मूल्य के भंडार का शुद्ध आयातक रहा है!”
इंडियन हाउस वाइफ की तारीफ
कोटक की टिप्पणी ने ऑनलाइन एक उत्साही बातचीत छेड़ दी, जिसमें कुछ लोगों ने भारतीय घरों में सोने में निवेश करने वाली पारंपरिक बुद्धिमत्ता की सराहना की, जबकि अन्य ने इसे एक रणनीति के रूप में रोमांटिक बनाने के खिलाफ चेतावनी दी. एक यूजर्स ने कमेंट करते हुए कहा- “सोने ने बेहतर प्रदर्शन किया होगा, लेकिन आइये भाग्य को योजना समझने की भूल न करें. सहज प्रवृत्ति का सम्मान करें – लेकिन वित्तीय साक्षरता को भी महत्व दें.”
इस साल सोने की कीमतों में लगातार वृद्धि देखने को मिल रहा है. अंतरराष्ट्रीय सोने का वायदा करीब 3,484.70 डॉलर प्रति औंस के आसपास पहुंच चुका है. जबकि भारत में, 24 कैरेट सोना 1 लाख रुपये के करीब है, जो वर्तमान में लगभग 98,420 रुपये प्रति 10 ग्राम और 22 कैरेट 90,150 रुपये पर बिक रहा है. सिर्फ 2025 में ही सोने में 26% से अधिक का इजाफा हुआ है.
सोने में तेजी के कई फैक्टर
ऐसे कई ग्लोबल फैक्टर हैं जो सोने में इस तेजी को बढ़ावा दे रहे हैं, जैसे- व्यापारिक तनाव, अमेरिका में मंदी की आशंका, केंद्रीय बैंकों (विशेष रूप से चीन) की तरफ से सोने के भंडार को बढ़ाना और अमेरिकी फेडरल रिजर्व की तरफ से ब्याज दरों में कटौती की उम्मीदें. Golaman Sach ने हाल ही में अपने अनुमान कहा है कि इस साल के अंत तक सोना 3,700 डॉलर प्रति औंस तक पहुंच सकता है या उच्च जोखिम की स्थिति में 4,500 डॉलर तक भी जा सकता है.
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