‘शेयर बाजार की तरफ कोई देखेगा भी नहीं’, नितिन कामथ ने स्टॉक मार्केट को लेकर क्यों दी चेतावनी?
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कामथ की यह चेतावनी इसलिए भी अहम मानी जा रही है क्योंकि आज के समय में भारतीय शेयर बाजार काफी हद तक रिटेल निवेशकों पर निर्भर है. अगर उनका भरोसा टूटा, तो इसका असर बाजार की चाल पर सीधे तौर पर पड़ सकता है.
जिरोधा के को-फाउंडर और सीईओ नितिन कामथ (Zerodha CEO Nithin Kamath) ने भारतीय शेयर बाजार को लेकर एक गंभीर चेतावनी दी है. उन्होंने कहा है कि अगर बाजार में तेज गिरावट आई, तो हो सकता है कि निवेशक सालों तक शेयर बाजार से दूरी बना लें. ठीक वैसे ही जैसे 2008 की ग्लोबल फाइनेंशियल क्राइसिस के बाद हुआ था.
जिरोधा के को-फाउंडर ने क्या कहा?
जिरोधा के को-फाउंडर और सीईओ नितिन कामथ ने ‘X’ पर एक पोस्ट में डेटा शेयर करते हुए बताया कि 2008 से 2014 के बीच इक्विटी ओरिएंटेड म्यूचुअल फंड्स में नेट फ्लो काफी कम हो गया था. उस दौर में निवेशकों ने भारी नुकसान के बाद बाजार से किनारा कर लिया था.
हालांकि कामथ ने यह भी बताया कि पिछले पांच सालों में रिटेल इन्वेस्टर्स ने भारतीय शेयर बाजार को संभाल कर रखा है. खासकर COVID के बाद के समय में, जब बाजार में अनिश्चितता और बाहरी दबाव थे, तब भी आम निवेशकों ने हर गिरावट पर निवेश करना जारी रखा और बाजार को सपोर्ट दिया.
उन्होंने कहा कि ये काफी हैरान करने वाली बात है कि रिटेल इन्वेस्टर्स लगातार नेट बायर्स बने रहे. लेकिन उन्होंने साथ ही ये सवाल भी उठाया कि क्या ये ट्रेंड आगे भी जारी रहेगा या फिर कोई बड़ी गिरावट लोगों को दोबारा डर के साये में धकेल देगी.
अहम मानी जा रही है चेतावनी
कामथ की यह चेतावनी इसलिए भी अहम मानी जा रही है क्योंकि आज के समय में भारतीय शेयर बाजार काफी हद तक रिटेल निवेशकों पर निर्भर है. अगर किसी वजह से उनका भरोसा हिलता है, तो इसका असर बाजार की चाल पर सीधे तौर पर पड़ सकता है. ऐसे में ये देखना दिलचस्प होगा कि अगली बड़ी गिरावट आने पर आम निवेशक ‘buy the dip’ की आदत को दोहराते हैं या फिर 2008 की तरह एक लंबा ब्रेक लेते हैं.
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