DRDO के साइंटिस्ट को हर महीने मिलती है इतनी सैलरी, 8वें वेतन आयोग से यह कितनी बढ़ेगी?
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DRDO के वैज्ञानिकों की सैलरी में 8वें वेतन आयोग के बाद कितना इजाफा होगा. उनकी सैलरी कितनी बढ़ सकती है, आइए जानते हैं.
देश की रक्षा प्रणाली को मजबूत बनाने के लिए रक्षा अनुसंधान और विकास संगठन (DRDO) काफी प्रयास करता रहता है. यहां के वैज्ञानिक दिन रात एक कर भारत की रक्षा प्रणाली को मजबूत करने के लिए काम करते रहते हैं. हाल ही में लिए गए फैसले के बाद अब केंद्र सरकार की नौकरियों में कार्यरत कर्मचारियों और अधिकारियों के लिए अगला बड़ा बदलाव 8वें वेतन आयोग के रूप में सामने आएगा. ऐसे में सवाल उठता है कि अगर 8वां वेतन आयोग लागू होता है तो DRDO के साइंटिस्ट की सैलरी में कितना इजाफा होगा? आइए जानते हैं.
DRDO भारत सरकार के रक्षा मंत्रालय के तहत काम करने वाला एक टॉप संगठन है, जिसमें साइंटिस्ट की नियुक्ति उच्च शैक्षणिक योग्यता और कठिन चयन प्रक्रिया के बाद होती है. DRDO में वैज्ञानिकों को Scientist ‘B’, ‘C’, ‘D’, ‘E’, ‘F’ जैसे पदों पर नियुक्त किया जाता है, जिनकी सैलरी उनकी ग्रेड-पे और लेवल के अनुसार तय होती है.
वर्तमान में कितनी मिलती है सैलरी?
वर्तमान में DRDO के Scientist ‘B’ पद पर नियुक्त साइंटिस्ट को 56,100 रुपये बेसिक सैलरी मिलती है. इसके अलावा महंगाई भत्ता (DA), हाउस रेंट अलाउंस (HRA), ट्रांसपोर्ट अलाउंस और अन्य भत्तों को मिलाकर इनकी कुल मासिक सैलरी करीबन 85,000 से 1,00,000 रुपये तक पहुंच जाती है. जैसे-जैसे वैज्ञानिक का पद बढ़ता है, उनकी सैलरी भी बढ़ती जाती है.
8वें वेतन आयोग से कितनी बढ़ सकती है सैलरी?
अगर 8वां वेतन आयोग 2026 में लागू होता है, तो उम्मीद की जा रही है कि बेसिक सैलरी में कम से कम 25% तक का इजाफा हो सकता है. इसका मतलब है कि Scientist ‘B’ की बेसिक सैलरी 56,100 रुपये से बढ़कर 70,000 से 75,000 रुपये तक हो सकती है. इसी तरह अन्य वरिष्ठ पदों पर यह बढ़ोतरी और अधिक प्रभावी हो सकती है. इससे सैलरी 1 लाख रुपये से ऊपर जाकर 1.3 लाख रुपये या उससे भी ज्यादा हो सकती है.
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