भारत के साथ आर्थिक संबंध बढ़ाने पर ध्यान केन्द्रित करना।
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ऑस्ट्रेलिया ने व्यापार अवसर बढ़ाने की रणनीति का अनावरण किया।
नई दिल्ली: ऑस्ट्रेलिया ने बुधवार को घोषणा की कि वह विकास के चार क्षेत्रों – स्वच्छ ऊर्जा, शिक्षा और कौशल, कृषि व्यवसाय और पर्यटन – में भारत के साथ व्यापार और निवेश संबंधों को मजबूत करेगा। आस्ट्रेलिया के प्रधानमंत्री एंथनी अल्बानीज ने मेलबर्न स्थित डेकिन विश्वविद्यालय में ‘भारत के साथ आस्ट्रेलिया के आर्थिक संबंधों का रोडमैप’ जारी किया। उस समय उन्होंने तर्क दिया था कि भारत के साथ आर्थिक संबंध बढ़ाना दोनों पक्षों के हित में है।
अल्बानीज़ ने कहा कि भारत के साथ आर्थिक संबंधों को बढ़ाने के लिए इससे बेहतर समय कभी नहीं रहा। उन्होंने भारत की सराहना करते हुए कहा कि वह वैश्विक स्तर पर एक विशाल देश है तथा उसकी स्थिति और भी ऊंची हो रही है। इस दशक के अंत तक भारत विश्व की तीसरी सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था बन जाएगा। उन्होंने कहा कि भारत की आर्थिक वृद्धि आस्ट्रेलियाई अर्थव्यवस्था की पूरक है।
भारत और ऑस्ट्रेलिया के बीच आर्थिक सहयोग और व्यापार समझौते (ECTA) पर हस्ताक्षर होने के दो साल बाद ऑस्ट्रेलिया ने इस रणनीति की घोषणा की है। अल्बानीज़ ने कहा कि यह रणनीति भारत की आर्थिक वृद्धि से उत्पन्न होने वाले विशाल व्यापार और निवेश अवसरों को हासिल करने के लिए एक मार्गदर्शक है। भारत के साथ व्यापार में वृद्धि से ऑस्ट्रेलिया को बढ़ती वैश्विक अनिश्चितता के समय अपनी आपूर्ति श्रृंखला को सुरक्षित करने में मदद मिलेगी। आस्ट्रेलियाई प्रधानमंत्री ने यह भी विश्वास व्यक्त किया कि नौकरियां पैदा होंगी।
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