शिकायतों के बाद यूपीएससी ने ऑनलाइन आवेदन प्रक्रिया में किए बदलाव, कैसे मिलेगा कैंडिडेट को फायदा?
1 min read
|
|








यूपीएससी द्वारा हर साल तीन फेज- प्रारंभिक, मुख्य और इंटरव्यू में सिविल सेवा परीक्षा आयोजित की जाती है.
संघ लोक सेवा आयोग (UPSC) ने इस साल की सिविल सेवा प्रारंभिक परीक्षा के लिए अपने ऑनलाइन एप्लिकेशन सिस्टम में कुछ बदलाव किए हैं, क्योंकि उम्मीदवारों ने इसके माध्यम से आवेदन करते समय टेक्निकल खामियों की शिकायत की थी. आधिकारिक नोटिस के मुताबिक, इसमें कहा गया है कि ऑनलाइन आवेदन भरने के लिए एक बार के रजिस्ट्रेशन में कुछ एंट्री को “एडिटेबल” बनाया गया है.
यूपीएससी ने कहा, “सिविल सेवा परीक्षा, 2025 के लिए ऑनलाइन आवेदन फॉर्म भरने में उम्मीदवारों द्वारा उठाए गए सवालों/ कठिनाइयों को देखते हुए, आयोग ने ऑनलाइन आवेदन भरने के लिए वन टाइम रजिस्ट्रेशन (ओटीआर) में बदलाव करने का फैसला लिया है.”
इसी के मुताबिक, ओटीआर प्रोफाइल में एडिट करने योग्य एंट्री “आवेदन के अंतिम जमा होने तक और उसके बाद करेक्शन विंडो के दौरान” में “क्या आपने कभी नाम बदला है?”, “लिंग”, “अल्पसंख्यक स्थिति” और “कक्षा 10 वीं बोर्ड परीक्षा रोल नंबर” शामिल हैं, आयोग द्वारा जारी नोटिस में कहा गया है.
इसमें कहा गया है कि उम्मीदवारों को ओटीआर प्रोफाइल में “नाम (दसवीं कक्षा के अनुसार)”, “जन्म तिथि”, “पिता का नाम”, “माता का नाम”, “मोबाइल नंबर” और “ईमेल आईडी” से संबंधित कॉलम में कोई भी बदलाव करने की अनुमति नहीं है.
आयोग ने कहा कि यदि किसी कैंडिडेट ने अपने रजिस्टर्ड मोबाइल नंबर तक पहुंच खो दी है, लेकिन उसके पास अपने रजिस्टर्ड ईमेल आईडी तक पहुंच है, तो वह मोबाइल नंबर में बदलाव के लिए आवेदन कर सकता है और इस मामले में, रजिस्टर्ड ईमेल आईडी पर एक ओटीपी भेजा जाएगा.
यदि किसी कैंडिडेट की अपनी रजिस्टर्ड ईमेल आईडी तक पहुंच नहीं हो पाई है, लेकिन उसके पास अपने रजिस्टर्ड मोबाइल नंबर तक पहुंच है, तो वह ईमेल आईडी में बदलाव के लिए आवेदन कर सकता है और इस मामले में, रजिस्टर्ड मोबाइल नंबर पर एक ओटीपी भेजा जाएगा.
हालांकि, यदि कोई उम्मीदवार रिपोर्ट करता है कि उसने अपने रजिस्टर्ड मोबाइल के साथ-साथ रजिस्टर्ड ईमेल आईडी तक पहुंच खो दी है, तो उम्मीदवार को मैट्रिकुलेशन सर्टिफिकेट, आधार कार्ड या पैन कार्ड या पासपोर्ट या ड्राइविंग लाइसेंस, हाल ही में पासपोर्ट साइज की तस्वीर और एक तय फॉर्मेट में एक अंडरटेकिंग के साथ (otrupsc@gov.in) पर जरूरी बदलाव करने के लिए आयोग को अनुरोध भेजना होगा, नोटिस में कहा गया है.
यूपीएससी ने यह भी कहा कि पात्र पीडब्ल्यूबीडी (बेंचमार्क दिव्यांगता वाले व्यक्ति) उम्मीदवार, जो ‘स्वयं लेखक’ की सहायता लेना चाहते हैं, उन्हें प्रारंभिक परीक्षा के लिए जरूरी रूप से अपनी डिटेल प्रदान करनी होंगी.
“PwBD उम्मीदवार, जो सीएस (मुख्य) परीक्षा के लिए ‘स्वयं के स्क्राइब’ की सहायता लेना चाहते हैं, वे सीएस (प्री) परीक्षा के लिए आवेदन करते समय स्वेच्छा से सीएस (मेंस) के लिए स्क्राइब डिटेल बता सकते हैं. यह कहा है कि, “ऐसे उम्मीदवार विंडो के दौरान ‘स्वयं के स्क्राइब’ की डिटेल अपडेट / प्रदान कर सकते हैं, जो सीएस (प्री) परीक्षा के परिणाम की घोषणा के बाद उम्मीदवारों को उपलब्ध कराया जाएगा.”
यूपीएससी द्वारा हर साल तीन फेज- प्रारंभिक, मुख्य और साक्षात्कार – में सिविल सेवा परीक्षा आयोजित की जाती है, जिसके माध्यम से भारतीय प्रशासनिक सेवा (आईएएस), भारतीय विदेश सेवा (आईएफएस) और भारतीय पुलिस सेवा (आईपीएस) के अधिकारियों का चयन किया जाता है.
About The Author
|
Whatsapp बटन दबा कर इस न्यूज को शेयर जरूर करें |
Advertising Space












Recent Comments