स्पैम कॉल से छुटकारा, टेलीमार्केटिंग कंपनियों पर 10 अंकों के नंबर से कॉल करने पर रोक; उल्लंघन करने पर 10 लाख तक का जुर्माना।
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स्पैम कॉल से लोगों को धोखा देने या उन पर आक्रमण करने का जोखिम रहता है। धोखाधड़ी के कारण उपभोक्ताओं को मनोवैज्ञानिक, शारीरिक और वित्तीय कठिनाइयों का सामना करना पड़ सकता है।
भारतीय दूरसंचार नियामक प्राधिकरण (ट्राई) ने ग्राहकों को बार-बार परेशान करने वाले स्पैम कॉल और संदेशों पर अंकुश लगाने के लिए सख्त कदम उठाने शुरू कर दिए हैं। ट्राई ने हाल ही में नए नियम जारी किए हैं, जिनमें अब स्पैम कॉल के वास्तविक आंकड़े न बताने वाली दूरसंचार कंपनियों पर 2 लाख रुपये से 10 लाख रुपये तक के जुर्माने का प्रावधान है। ये नये नियम दूरसंचार मीडिया का दुरुपयोग करने वाली टेलीमार्केटिंग प्रथाओं को रोकने के लिए लागू किये गये हैं। ये नए नियम अपंजीकृत टेलीमार्केटर्स के विरुद्ध नियमों को कड़ा करने, विपणन के लिए 10 अंकों वाले नंबरों के दुरुपयोग को रोकने तथा उपभोक्ता शिकायत निवारण तंत्र को मजबूत करने पर केंद्रित हैं।
टेलीमार्केटिंग के लिए 10 अंकों वाले नंबरों के उपयोग पर अब प्रतिबंध लगा दिया गया है
पारदर्शिता बढ़ाने के लिए ट्राई ने 10 अंकों वाले मोबाइल नंबरों के माध्यम से वाणिज्यिक संचार पर प्रतिबंध लगा दिया है। इसके स्थान पर, एक निर्दिष्ट संख्या श्रृंखला का उपयोग करना होगा। ‘140’ श्रृंखला प्रमोशनल कॉल के लिए जारी रहेगी, जबकि नई लॉन्च की गई ‘1600’ श्रृंखला का उपयोग लेनदेन और सेवा कॉल के लिए किया जाएगा।
शिकायत दर्ज करने की प्रक्रिया सरल बनाई जाएगी।
मोबाइल उपभोक्ता अब स्पैम संदेशों और अपंजीकृत नंबरों से आने वाली कॉलों के खिलाफ शिकायत दर्ज करा सकेंगे। इसके लिए ट्राई ने शिकायत प्रक्रिया को भी सरल बना दिया है। स्पैम की रिपोर्ट करने की समय-सीमा तीन दिन से बढ़ाकर सात दिन कर दी गई है। दूरसंचार ऑपरेटरों को अब शिकायतों पर पांच दिनों के भीतर कार्रवाई करनी होगी, जबकि पहले यह सीमा 30 दिन थी।
बार-बार उल्लंघन करने वालों के लिए कड़ी सजा
ट्राई ने नए नियमों के तहत नियमों का बार-बार उल्लंघन करने वालों पर सख्त जुर्माना लगाने का प्रावधान किया है। पहली बार उल्लंघन करने वालों की आउटगोइंग सेवा 15 दिनों के लिए निलंबित कर दी जाएगी। हालांकि, नियमों का बार-बार उल्लंघन करने वालों की सभी दूरसंचार सेवाएं एक वर्ष के लिए काट दी जाएंगी। इसके साथ ही ट्राई ने नये नियमों को लागू नहीं करने वाले दूरसंचार ऑपरेटरों के लिए आर्थिक दंड का प्रावधान किया है। पहली बार उल्लंघन करने पर 2 लाख रुपये, दूसरी बार उल्लंघन करने पर 5 लाख रुपये तथा उसके बाद प्रत्येक उल्लंघन पर 10 लाख रुपये का जुर्माना लगाया जाएगा।
स्पैम कॉल की समस्या
1. हाल के दिनों में स्पैम संदेश और कॉल आम उपभोक्ताओं के लिए बड़ी समस्या बन गए हैं। जिसके कारण ग्राहकों को अनावश्यक परेशानी उठानी पड़ रही है।
2. स्पैम कॉल से अक्सर ग्राहकों का बहुमूल्य समय बर्बाद होता है।
3. स्पैम कॉल अक्सर अनजाने में बिक्री, ऋण या पैरामेडिकल सेवाओं जैसी चीजों को बढ़ावा देते हैं। इससे ग्राहकों को भारी असुविधा हो रही है।
4. इसके अतिरिक्त, कुछ स्पैम कॉल लोगों की व्यक्तिगत जानकारी, जैसे क्रेडिट कार्ड नंबर, बैंक खाता विवरण या ओटीपी चुराने का प्रयास करते हैं। इस प्रकार की घटनाओं से ग्राहकों को वित्तीय नुकसान हो सकता है।
5. स्पैम कॉल से लोगों को धोखा देने या उन पर आक्रमण करने का जोखिम रहता है। धोखाधड़ी के कारण उपभोक्ताओं को मनोवैज्ञानिक, शारीरिक और वित्तीय कठिनाइयों का सामना करना पड़ सकता है।
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