दिल्ली में फिर ‘महिलाराज’? मुख्यमंत्री पद के लिए इन महिला विधायकों के नाम चर्चा में!
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अब तक सुषमा स्वराज एक बार और शीला दीक्षित दो बार दिल्ली की मुख्यमंत्री रह चुकी हैं।
दिल्ली विधानसभा में भाजपा की ऐतिहासिक जीत के बाद अब मुख्यमंत्री पद को लेकर चर्चा तेज हो गई है। 1998 के बाद पहली बार दिल्ली में भारतीय जनता पार्टी का मुख्यमंत्री सत्ता में होगा। इसलिए सत्तारूढ़ भाजपा की तरह विपक्षी दलों में भी इस मुख्यमंत्री पद को लेकर उत्सुकता है। आखिर मुख्यमंत्री कौन बनेगा? इस पर बहस शुरू हो गई है। दिल्ली भाजपा के दिग्गज नेताओं के नाम जहां चर्चा में हैं, वहीं अब दिल्ली में महिला मुख्यमंत्री बनाए जाने की चर्चा है। तदनुसार, भाजपा की कुछ प्रभावशाली महिला विधायकों के नाम भी चर्चा में हैं।
दिल्ली विधानसभा चुनाव के नतीजे 8 फरवरी को घोषित किये गये। इस चुनाव में भाजपा ने 70 में से 48 सीटें जीतीं। बाकी 22 सीटें आम आदमी पार्टी ने जीतीं। इसमें खुद दिल्ली के पूर्व मुख्यमंत्री और आप प्रमुख अरविंद केजरीवाल भी भाजपा उम्मीदवार और पूर्व मुख्यमंत्री के बेटे प्रवेश वर्मा से हार गए। इन दोनों पार्टियों ने सभी 70 सीटें जीत लीं और कांग्रेस एक बार फिर जैकपॉट जीतने में असफल रही।
मुख्यमंत्री पद की दौड़ में चार महिला विधायक
इस बीच, दिल्ली में बड़ी जीत के बाद भाजपा के अंदरूनी खेमे में मुख्यमंत्री पद के लिए नामों पर चर्चा शुरू हो गई है। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी इस समय विदेश दौरे पर हैं और दिल्ली में मुख्यमंत्री के रूप में शपथ ग्रहण समारोह उनके लौटने के बाद ही होगा। लेकिन कहा जा रहा है कि नाम उससे पहले ही तय हो गया होगा। चर्चा है कि दिल्ली में चौथी बार एक महिला मुख्यमंत्री बनेगी, जिसमें चार नवनिर्वाचित महिला विधायक भी शामिल हैं। इन चारों विधायकों ने विपक्षी उम्मीदवार को बड़े अंतर से हराया है।
मुख्यमंत्री पद के लिए चर्चा में सबसे ऊपर चल रहीं रेखा गुप्ता ने शालीमार बाग विधानसभा क्षेत्र से 68,200 मतों से जीत हासिल की। उन्होंने आम आदमी पार्टी की वंदना कुमारी को 29,595 मतों से हराया। उनके बाद एक और नाम लिया जा रहा है, शिखा रॉय का। ग्रेटर कैलाश में शिखा रॉय ने 49,594 वोटों के साथ आम आदमी पार्टी के वरिष्ठ नेता और पूर्व मंत्री सौरभ भारद्वाज को 3,188 वोटों से हराया।
इन दो नामों के अलावा पूनम शर्मा और नीलम पहलवान ने भी विपक्षी उम्मीदवार को बड़े अंतर से हराया है। इसमें वजीरपुर में पूनम शर्मा ने आप के राजेश गुप्ता को 11,425 वोटों से और नजफगढ़ में नीलम पहलवान ने आप के तरुण कुमार को 29,009 वोटों से हराया।
परवेश वर्मा का नाम सबसे आगे
जब महिला उम्मीदवारों के नामों पर चर्चा हो रही है तो प्रवेश वर्मा का क्या होगा? ऐसा प्रश्न उठाया जा रहा है। केजरीवाल को हराने वाले प्रवेश वर्मा को नतीजे घोषित होने के बाद से ही मुख्यमंत्री पद का प्रमुख दावेदार माना जा रहा है। हालांकि, यदि कोई महिला मुख्यमंत्री के रूप में उभरती है, तो भाजपा पार्टी के शीर्ष नेताओं के हित में यह होगा कि वे प्रवेश वर्मा को सरकार में एक अलग और महत्वपूर्ण जिम्मेदारी सौंपें।
उपमुख्यमंत्री पद का प्रावधान?
इस बीच कहा जा रहा है कि दिल्ली में भाजपा सरकार में एक उपमुख्यमंत्री भी होगा। इसलिए, यदि कोई महिला उम्मीदवार मुख्यमंत्री चुनी जाती है, तो प्रवेश वर्मा को उपमुख्यमंत्री नियुक्त किया जा सकता है। इसके अलावा यह भी कहा जा रहा है कि नई सरकार में महिला और दलित विधायकों को उचित स्थान दिया जाएगा।
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