हवाई जहाजों की गर्जनापूर्ण ध्वनि और उनके विस्मयकारी युद्धाभ्यास।
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बेंगलुरू में वायुसेना के हैरतअंगेज करतबों ने दर्शकों को आश्चर्यचकित कर दिया। विमानों की गर्जनापूर्ण ध्वनि और लचीलेपन से आकाश कांप उठा।
बेंगलुरु: बेंगलुरु में वायुसेना के हैरतअंगेज करतबों ने दर्शकों को आश्चर्यचकित कर दिया। विमानों की गर्जनापूर्ण ध्वनि और लचीलेपन से आकाश कांप उठा। वायु सेना के इन आकर्षक युद्धाभ्यासों ने सोमवार से शुरू हुए 15वें एयरो इंडिया एयर शो की शानदार शुरुआत की।
यह प्रदर्शनी बेंगलुरू के येलाहांका एयर बेस पर पांच दिनों तक जारी रहेगी। इसे एशिया की सबसे बड़ी प्रदर्शनी माना जाता है। इसका आयोजन हर दो वर्ष में किया जाता है। इस प्रदर्शनी में विभिन्न देशों और कंपनियों ने भाग लिया है। इन कंपनियों ने प्रदर्शनी में अपने उत्पाद प्रस्तुत किये हैं।
वायुसेना प्रमुख एयर चीफ मार्शल ए.के. पी। सिंह ने सबसे पहले उड़ान भरी। उन्होंने ‘तेजस फॉर्मेशन’ का नेतृत्व किया। फिर, महिला लड़ाकू पायलटों ने राफेल विमान उड़ाया। इससे पता चलता है कि वायु सेना में महिला लड़ाकू पायलटों की संख्या बढ़ रही है। इसके बाद ‘सूर्य किरण एरोबैटिक टीम’ (एससीएटी) ने हैरतअंगेज करतब दिखाए। विभिन्न प्रदर्शन दिखाए गए। दर्शक इस अभ्यास को देखकर आश्चर्यचकित रह गए। हॉक एमके 132 विमान का एक स्क्वाड्रन, जिसमें नौ विमान थे, निकट अंतरिक्ष में उड़े।
भारतीय नौसेना के विमानों ने आकाश में ‘वरुण फॉर्मेशन’ का प्रदर्शन किया। दर्शकों ने उनका खूब स्वागत किया। जगुआर विमानों ने आकाश में तीर का आकार बनाया। इसलिए, तीन सुखोई लड़ाकू विमानों ने त्रिशूल का आकार बनाया।
अमेरिका, रूस के पांचवीं पीढ़ी के विमान एक ही स्थान पर
अमेरिकी कंपनी लॉकहीड मार्टिन के एफ-35 और रूस के सुखोई-57 दोनों ने एयरो इंडिया में भाग लिया है।
यह पहली बार है कि दुनिया के पांचवीं पीढ़ी के विमान एक मंच पर एक साथ आये हैं। रक्षा विशेषज्ञों को अत्याधुनिक तकनीक से लैस ये विमान देखने को मिलेंगे। सरकार की ओर से जारी एक बयान में यह जानकारी दी गई है।
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