मणिपुर के मुख्यमंत्री के इस्तीफे के बाद राहुल गांधी ने प्रधानमंत्री मोदी से की अपील; कहा, “तुरंत…”
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उन्होंने कहा कि उन्होंने जनता, सुप्रीम कोर्ट और कांग्रेस की ओर से बढ़ते दबाव के कारण इस्तीफा दिया। साथ ही राहुल गांधी ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर भी आरोप लगाया।
मणिपुर के मुख्यमंत्री एन. बीरेन सिंह के अपने पद से इस्तीफा देने के बाद लोकसभा में विपक्ष के नेता राहुल गांधी ने उनकी आलोचना की है। उन्होंने कहा कि उन्होंने जनता, सुप्रीम कोर्ट और कांग्रेस की ओर से बढ़ते दबाव के कारण इस्तीफा दिया। साथ ही राहुल गांधी ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर भी आरोप लगाया। राहुल गांधी ने इस संबंध में एक पोस्ट किया था।
राहुल गांधी ने कहा, ‘‘लगभग दो साल तक भाजपा के मुख्यमंत्री बीरेन सिंह ने मणिपुर का बंटवारा किया। मणिपुर में हिंसा, जान-माल की हानि और भारतीय छवि के विनाश के बावजूद प्रधानमंत्री मोदी ने मुख्यमंत्री पद से इस्तीफा नहीं दिया। “उन्होंने बढ़ते जन दबाव, सुप्रीम कोर्ट की जांच और कांग्रेस द्वारा अविश्वास प्रस्ताव के कारण इस्तीफा दे दिया।”
उन्होंने कहा, ‘‘अब प्राथमिकता राज्य में शांति बहाल करने और मणिपुर के लोगों के घावों पर मरहम लगाने की होनी चाहिए। उन्होंने अपील की, “इसलिए प्रधानमंत्री मोदी को तुरंत मणिपुर का दौरा करना चाहिए, लोगों की बात सुननी चाहिए और अंततः सामान्य स्थिति बहाल करने के लिए एक योजना बनानी चाहिए।”
एन। बीरेन सिंह ने क्या कहा?
राज्यपाल को सौंपे अपने त्यागपत्र में एन. बीरेन सिंह ने कहा है कि मैं मणिपुरी लोगों की सुरक्षा के लिए समय पर हस्तक्षेप करने के लिए केंद्र सरकार का आभारी हूं। सरकार ने विभिन्न विकास कार्यों को गति दी तथा विभिन्न योजनाएं क्रियान्वित कीं। एन। बीरेन सिंह ने कहा कि केन्द्र सरकार के निरंतर समर्थन और मार्गदर्शन से मणिपुर के विकास और समृद्धि के लिए महत्वपूर्ण कदम उठाए गए हैं।
आपने इस्तीफा क्यों दिया?
हालांकि कॉनराड संगमा की नेशनल पीपुल्स पार्टी (एनपीपी) ने समर्थन वापस ले लिया था, लेकिन विधायकों ने नेतृत्व परिवर्तन की मांग की थी। यदि फ्लोर टेस्ट हुआ होता तो इस बात की संभावना थी कि असंतुष्ट विधायक पार्टी व्हिप को स्वीकार नहीं करते, जिससे सरकार मुश्किल में पड़ सकती थी। इससे बचने के लिए मुख्यमंत्री ने अपने पद से इस्तीफा देने का फैसला किया। एन। बीरेन सिंह ने पार्टी के केंद्रीय नेतृत्व से चर्चा के बाद ही इस्तीफा देने का फैसला किया है। इसके अलावा एन. मणिपुर में हिंसा के मुद्दे पर भी बीरेन सिंह विपक्ष के निशाने पर रहे। विपक्ष ने भी बार-बार उनके इस्तीफे की मांग की है।
अमित शाह और जेपी नड्डा की बैठक के बाद लिया गया फैसला
एन बीरेन सिंह ने आज सुबह दिल्ली में भाजपा अध्यक्ष जेपी नड्डा और केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह से मुलाकात की। बताया जा रहा है कि इस बैठक में राज्य के राजनीतिक हालात और संभावित विकल्पों पर चर्चा हुई। इस बीच, भाजपा सूत्रों के अनुसार, करीब 12 विधायक नेतृत्व परिवर्तन की मांग कर रहे हैं। जबकि 6 विधायक तटस्थ रहे।
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