दिल्ली में मुख्यमंत्री पद की दौड़।
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भाजपा 27 वर्षों के बाद दिल्ली की सत्ता में आई है, इसलिए भाजपा नेतृत्व एक भव्य शपथ ग्रहण समारोह आयोजित करने का इरादा रखता है।
नई दिल्ली: दिल्ली विधानसभा चुनाव में अभूतपूर्व जीत के बाद भाजपा के अंदर मुख्यमंत्री पद के संभावित नामों को लेकर चर्चा शुरू हो गई है। सूत्रों ने बताया कि ‘जाइंट किलर’ प्रवेश वर्मा और पूर्व नेता प्रतिपक्ष विजेंद्र गुप्ता का नाम सबसे आगे है। दूसरी ओर, संभावना यह भी है कि शपथ ग्रहण समारोह में जल्दबाजी नहीं की जाएगी और यह भव्य समारोह प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के अमेरिका दौरे से लौटने के बाद ही होगा।
क्युँकि भाजपा 27 वर्षों के बाद दिल्ली की सत्ता में आई है, इसलिए भाजपा नेतृत्व एक भव्य शपथ ग्रहण समारोह आयोजित करने का इरादा रखता है। समारोह में सभी भाजपा मुख्यमंत्रियों और एनडीए घटक दलों के नेताओं को आमंत्रित किया जाएगा। प्रधानमंत्री 12 और 13 फरवरी को संयुक्त राज्य अमेरिका की यात्रा पर रहेंगे और नवनिर्वाचित राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प से मुलाकात करेंगे। इसलिए भाजपा नेताओं का कहना है कि उनके दिल्ली लौटने के बाद 15 फरवरी या उसके बाद राजधानी को नया मुख्यमंत्री मिल सकता है। रविवार को मुख्यमंत्री के चयन की प्रक्रिया भी तेज हो गई और भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष जे. पी। बताया जा रहा है कि नड्डा ने केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह के साथ संभावित नामों पर चर्चा की है। उधर, पार्टी के सभी नवनियुक्त विधायकों के प्रभारी जय पांडा ने भी दिल्ली भाजपा कार्यालय में बैठक की।
पूर्व मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल को नई दिल्ली निर्वाचन क्षेत्र से हराने वाले परवेज वर्मा को मुख्यमंत्री पद का प्रमुख दावेदार माना जा रहा है। उनके पिता और वरिष्ठ जाट नेता साहिब सिंह वर्मा दिल्ली के मुख्यमंत्री थे। पूर्व नेता प्रतिपक्ष विजेंद्र गुप्ता ने भी 2015 और 2020 के चुनावों में आप की आंधी के बीच जीत हासिल की थी। पूर्व प्रदेश अध्यक्ष और वरिष्ठ ब्राह्मण नेता सतीश उपाध्याय भी मैदान में हैं और अगर किसी पंजाबी सिख नेता पर विचार किया जाता है तो मनजिंदर सिंह सिरसा को मौका दिया जा सकता है। अगर भाजपा का केंद्रीय नेतृत्व मुख्यमंत्री पद ऐसे नेता को सौंपने को तैयार होता है जो नई विधानसभा का सदस्य नहीं है तो प्रदेश अध्यक्ष वीरेंद्र सचदेवा, सांसद मनोज तिवारी और रामवीर सिंह बिधूड़ी को भी संभावित नामों में शामिल किया जा सकता है।
महिला नेतृत्व पर भी विचार: सूत्रों के अनुसार, यदि भाजपा महिला मुख्यमंत्री बनाने का निर्णय लेती है तो ग्रेटर कैलाश में आप के वरिष्ठ नेता सौरभ भारद्वाज को हराने वाली शिखा रॉय के नाम पर विचार किया जा सकता है। इसके अलावा पार्टी के अंदरखाने यह भी कहा जा रहा है कि पूर्व सांसद स्मृति ईरानी के नाम पर भी चर्चा हो रही है।
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