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    April 24, 2025

    रिजर्व बैंक इन दो वजहों से करेगा ब्याज दरों में कटौती… पहली बैठक में नए गवर्नर से फैसला होने की उम्मीद।

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    फरवरी 2023 से लगातार 11 बैठकों के लिए ब्याज दरें 6.5 प्रतिशत पर बनी हुई हैं। बैंक ने इससे पहले कोरोना संकट (मई 2020) के दौरान ब्याज दरों में कटौती की थी।

    मुंबई: अर्थशास्त्रियों ने भविष्यवाणी की है कि भारतीय रिजर्व बैंक अपनी आगामी मौद्रिक नीति में ब्याज दरों में एक चौथाई प्रतिशत की कटौती कर सकता है। यह संभावना है कि उपभोक्ता क्रय शक्ति को बढ़ावा देने के लिए केंद्रीय बजट में किए गए प्रावधानों के पूरक के रूप में ब्याज दरों में कटौती के लिए कदम उठाए जाएंगे। अर्थशास्त्रियों ने इसके लिए दो ठोस कारण बताए हैं।

    चालू वित्त वर्ष के अधिकांश समय में खुदरा मुद्रास्फीति रिजर्व बैंक के लक्ष्य के करीब रही है। अर्थशास्त्रियों ने कहा है कि बैंक मांग और निवेश को बढ़ावा देने के लिए ब्याज दरों में कटौती करने के लिए कदम उठा सकता है, क्योंकि मांग और निवेश में भी गिरावट आई है। रिजर्व बैंक ने चार वर्षों से अधिक समय से ब्याज दरें उच्च स्तर पर रखी हैं। फरवरी 2023 से लगातार 11 बैठकों के लिए ब्याज दरें 6.5 प्रतिशत पर बनी हुई हैं। बैंक ने इससे पहले कोरोना संकट (मई 2020) के दौरान ब्याज दरों में कटौती की थी।

    इस संबंध में बैंक ऑफ बड़ौदा के मुख्य अर्थशास्त्री मदन सबनवीस ने कहा कि आगामी मौद्रिक नीति समीक्षा में ब्याज दर में कटौती के दो मुख्य कारण हैं। पहला कारण यह है कि रिजर्व बैंक पहले ही नकदी तरलता बढ़ाने के उपायों की घोषणा कर चुका है। इसलिए, बाजार की स्थिति में सुधार हुआ है। ब्याज दरों को कम करने के लिए यह आवश्यक था। दूसरा कारण यह है कि केंद्रीय बैंक केंद्रीय बजट में की गई घोषणाओं के समर्थन में दरों में कटौती कर सकता है।

    आईसीआरए की मुख्य अर्थशास्त्री अदिति नायर ने कहा कि दिसंबर में रिजर्व बैंक की मौद्रिक नीति बैठक के बाद मुद्रास्फीति दर के मोर्चे पर सुधार हुआ है। केन्द्रीय बजट में आयकर में राहत जैसे उठाए गए कदमों का मुद्रास्फीति पर प्रभाव पड़ेगा। इसलिए, बैंक संतुलन प्राप्त करने के लिए ब्याज दरों को कम कर सकता है। हालांकि, यदि डॉलर के मुकाबले रुपये में गिरावट जारी रही तो ब्याज दरों में कटौती अप्रैल तक स्थगित हो सकती है।

    गवर्नर मल्होत्रा ​​की पहली मौद्रिक नीति
    भारतीय रिजर्व बैंक की मौद्रिक नीति समिति की बैठक बुधवार से शुरू हो रही है। छह सदस्यीय समिति की अध्यक्षता रिजर्व बैंक के गवर्नर संजय मल्होत्रा ​​कर रहे हैं। मल्होत्रा ​​की नियुक्ति के बाद यह पहली मौद्रिक नीति बैठक है। मल्होत्रा ​​शुक्रवार को इस बैठक के निर्णयों की घोषणा करेंगे।

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