यमुना के जल को लेकर विवाद की लहरें; चुनाव आयोग ने केजरीवाल के आरोपों पर संज्ञान लिया।
1 min read
|








आम आदमी पार्टी के प्रमुख अरविंद केजरीवाल ने हरियाणा सरकार पर यमुना नदी के पानी को जानबूझकर प्रदूषित करने का आरोप लगाया था।
नई दिल्ली: आम आदमी पार्टी के प्रमुख अरविंद केजरीवाल ने हरियाणा सरकार पर यमुना नदी के पानी को जानबूझकर प्रदूषित करने का आरोप लगाया है। चुनाव आयोग ने केजरीवाल को अपने बयान के समर्थन में सबूत पेश करने का आदेश दिया। भाजपा और कांग्रेस दोनों ने इस मुद्दे पर केजरीवाल की आलोचना की। दिल्ली विधानसभा चुनाव में मतदान में एक सप्ताह शेष रहने पर यमुना नदी के पानी पर आरोप लगाए गए हैं।
सोमवार को केजरीवाल ने आरोप लगाया था कि हरियाणा की भाजपा सरकार यमुना नदी का पानी प्रदूषित कर दिल्ली भेज रही है। अगर दिल्ली के नागरिक ऐसे पानी का इस्तेमाल करेंगे तो कुछ लोगों की मौत हो जाएगी। केजरीवाल ने पूछा था कि इससे ज्यादा गंभीर कृत्य क्या हो सकता है। भाजपा और कांग्रेस ने इसकी आलोचना की। मुख्यमंत्री आतिशी ने भी केजरीवाल के बयान का समर्थन किया।
भाजपा की प्रतिक्रिया
भाजपा ने इस पर आपत्ति जताई है। केंद्रीय वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने आरोप लगाया कि केजरीवाल का बयान खतरनाक है। मुख्यमंत्री जैसे पद पर रह चुके व्यक्ति का यह बयान गैरजिम्मेदाराना है। इस मामले में भाजपा के एक प्रतिनिधिमंडल ने चुनाव आयोग के अधिकारियों से मुलाकात की और कार्रवाई की मांग की। इस बीच, कांग्रेस ने भी चुनाव आयोग के अधिकारियों से मुलाकात की और मामले की जांच की मांग की। कांग्रेस ने मांग की है कि अगर आरोप झूठे हैं तो केजरीवाल के खिलाफ मामला दर्ज किया जाना चाहिए।
चुनाव आयोग का नोटिस
चुनाव आयोग ने केजरीवाल से अपने बयान के समर्थन में सबूत मांगे हैं। आयोग ने इस संबंध में एक पत्र भेजा है। केजरीवाल को बुधवार रात 8 बजे तक जवाब देने का निर्देश दिया गया।
चुनाव प्रचार के दौरान जनता में भय पैदा करने वाले बयानों को रोका जाना चाहिए। इस मामले में केजरीवाल के खिलाफ तत्काल कार्रवाई की जानी चाहिए। -संदीप दीक्षित, कांग्रेस नेता
About The Author
Whatsapp बटन दबा कर इस न्यूज को शेयर जरूर करें |
Advertising Space
Recent Comments