नमस्कार 🙏 हमारे न्यूज पोर्टल - मे आपका स्वागत हैं ,यहाँ आपको हमेशा ताजा खबरों से रूबरू कराया जाएगा , खबर ओर विज्ञापन के लिए संपर्क करे +91 8329626839 ,हमारे यूट्यूब चैनल को सबस्क्राइब करें, साथ मे हमारे फेसबुक को लाइक जरूर करें ,

Recent Comments

    test
    test
    OFFLINE LIVE

    Social menu is not set. You need to create menu and assign it to Social Menu on Menu Settings.

    April 23, 2025

    ‘जो कहता है कि मैं महल बना रहा हूं …’, सुब्रह्मण्यन के 90 घंटे काम करने के विवाद पर क्या बोले ITC चेयरमैन।

    1 min read
    😊 कृपया इस न्यूज को शेयर करें😊

    संजीव पुरी का यह बयान तब आया है जब लार्सन एंड टुब्रो (L&T) के चेयरमैन एस. एन. सुब्रह्मण्यन के “सप्ताह में 90 घंटे काम” वाले बयान पर विवाद खड़ा हो गया.

    L&T के चेयरमैन एसएन सुब्रमण्यन के बयान के बाद कामकाजी घंटों को लेकर छिड़ी बहस पर आईटीसी लिमिटेड के चेयरमैन संजीव पुरी ने भी प्रतिक्रिया दी है.
    उन्होंने कहा है कि किसी कर्मचारी के काम करने के घंटे तय करने से ज्यादा महत्वपूर्ण यह है कि वे कंपनी के उद्देश्यों और सोच से जुड़ें. पुरी ने कहा, “हम काम के घंटों को लेकर नियम नहीं बनाते. हम चाहते हैं कि कर्मचारी जोश और उत्साह के साथ हमारी जर्नी का हिस्सा बनें और बदलाव लाने की कोशिश करें.”

    उन्होंने आगे कहा कि आईटीसी अपने कर्मचारियों को फ्लेक्सिबल वर्क कल्चर देता है. जिसमें सप्ताह में दो दिन वर्क फ्रॉम होम (घर से काम) की सुविधा होती है. संजीव पुरी का यह बयान तब आया है जब लार्सन एंड टुब्रो (L&T) के चेयरमैन एस. एन. सुब्रह्मण्यन के “सप्ताह में 90 घंटे काम” वाले बयान पर विवाद खड़ा हो गया.

    सुब्रह्मण्यन ने क्या कहा था?
    सुब्रह्मण्यन ने एक वीडियो में कहा था, “मुझे खेद है कि मैं आप लोगों से रविवार को काम नहीं करा सकता. आप घर बैठकर क्या करेंगे? आप अपनी पत्नी को कितनी देर तक निहार सकते हैं और आपकी पत्नी कितनी देर तक आपको देख सकती है” इस बयान के बाद सोशल मीडिया पर काम और निजी जीवन के संतुलन को लेकर बहस छिड़ गई.

    पुरी ने आगे कहा, “मैं जानता हूं कि उन पर (सुब्रमण्यन पर) काफी बहस हो चुकी है, लेकिन मैं आपको बता दूं कि इसको देखने का आपका क्या नजरिया है.’’ इसके बाद उन्होंने बताया कि कंपनी के दृष्टिकोण और लक्ष्य के अनुरूप कर्मचारियों को सशक्त बनाना कितना महत्वपूर्ण है.

    सबका नजरिया अलग-अलग
    उन्होंने कहा, “अगर आप ईंट लगाने वाले किसी राजमिस्त्री से पूछें, तो (वह कहेगा) मैं ईंट लगा रहा हूं. कोई कह सकता है कि मैं दीवार बना रहा हूं. कोई कह सकता है कि मैं इस पूरे दल का हिस्सा हूं जो यहां महल बना रहा है और जो व्यक्ति कहता है कि मैं महल बना रहा हूं उसका नजरिया एकदम अलग है.”

    पुरी ने कहा कि दूरदर्शिता, मूल्य और जीवंतता ही आईटीसी का सार है. इससे पहले इन्फोसिस के सह-संस्थापक नारायण मूर्ति ने 70 घंटे के कार्य सप्ताह का सुझाव दिया था. वहीं उससे पहले अदाणी समूह के चेयरमैन गौतम अदाणी ने कहा था कि अगर कोई घर पर आठ घंटे से अधिक समय बिताएगा तो उनकीपत्नी भाग जाएगी. और काम के बीच संतुलन को लेकर बहस छिड़ गई है.

    About The Author


    Whatsapp बटन दबा कर इस न्यूज को शेयर जरूर करें 

    Advertising Space


    स्वतंत्र और सच्ची पत्रकारिता के लिए ज़रूरी है कि वो कॉरपोरेट और राजनैतिक नियंत्रण से मुक्त हो। ऐसा तभी संभव है जब जनता आगे आए और सहयोग करे.

    Donate Now

    Leave a Reply

    Your email address will not be published. Required fields are marked *

    Copyright © All rights reserved for Samachar Wani | The India News by Newsreach.
    5:26 PM