आखिरकार मनु भाकर को मिला खेल रत्न.. डी गुकेश का भी लिस्ट में नाम, 32 खिलाड़ियों को अर्जुन पुरस्कार।
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Manu Bhaker: मनु भाकर के नाम को लेकर पिछले कई दिनों से काफी विवाद हुआ जिसमें पहले ये कहा गया था कि उनके नाम की अनुशंसा नहीं की गई है. फिलहाल अब उनके भी नाम का ऐलान कर दिया गया है.
भारत सरकार ने राष्ट्रीय खेल पुरस्कार 2024 की घोषणा कर दी है. स्टार शूटर मनु भाकर समेत चार खिलाड़ियों को मेजर ध्यानचंद खेल रत्न पुरस्कार देने का फैसला किया है. इसमें ओलंपिक पदक विजेता मनु भाकर, शतरंज के विश्व चैम्पियन डी गुकेश, भारतीय हॉकी टीम के कप्तान हरमनप्रीत सिंह, और पैरालंपिक स्वर्ण पदक विजेता प्रवीण कुमार शामिल हैं. मनु भाकर के नाम को लेकर पिछले कई दिनों से काफी विवाद हुआ जिसमें पहले ये कहा गया था कि उनके नाम की अनुशंसा नहीं की गई है. फिलहाल अब उनके भी नाम का ऐलान कर दिया गया है.
असल में ये पुरस्कार 17 जनवरी 2025 को राष्ट्रपति भवन में आयोजित विशेष समारोह में भारत के राष्ट्रपति द्वारा प्रदान किए जाएंगे. खेल मंत्रालय ने समिति की सिफारिशों और विस्तृत जांच के बाद इन खिलाड़ियों का चयन किया है.
32 खिलाड़ियों को मिला अर्जुन पुरस्कार..
इसके अलावा खेल मंत्रालय ने 2024 के अर्जुन पुरस्कार के लिए 32 खिलाड़ियों को चुना है, जिसमें 17 पैरा एथलीट शामिल हैं. इन पुरस्कारों के जरिए सरकार ने खिलाड़ियों की उत्कृष्ट उपलब्धियों को सम्मानित करने का प्रयास किया है. खेल मंत्रालय ने कहा कि यह पुरस्कार न केवल खिलाड़ियों की मेहनत और लगन का प्रमाण है, बल्कि युवा पीढ़ी को प्रेरणा भी प्रदान करता है. पुरस्कार समारोह में विभिन्न कोच, विश्वविद्यालय और संस्थानों को भी सम्मानित किया जाएगा.
मनु भाकर.. दो पदक जीतने वाली खिलाड़ी
बाईस वर्ष की मनु एक ही ओलंपिक में दो पदक जीतने वाली स्वतंत्र भारत की पहली खिलाड़ी बनी जिन्होंने अगस्त में पेरिस ओलंपिक में 10 मीटर एयर पिस्टल व्यक्तिगत और मिश्रित टीम स्पर्धा में कांस्य पदक जीता था. पेरिस ओलंपिक में ही हरमनप्रीत सिंह की कप्तानी में भारत ने लगातार दूसरे ओलंपिक में पदक जीता. अठारह वर्ष के गुकेश सबसे युवा विश्व चैम्पियन बने जो पिछले साल शतरंज ओलंपियाड में भारतीय टीम के ऐतिहासिक स्वर्ण पदक में भी सूत्रधार रहे थे.
17 जनवरी को दिए जाएंगे अवार्ड
पैरा हाई जंपर प्रवीण ने पेरिस पैरालम्पिक में टी64 वर्ग में स्वर्ण पदक जीता था. यह उन खिलाड़ियों की श्रेणी है जिनका घुटने से नीचे एक या दोनों पैर नहीं होता है और वे दौड़ने के लिये कृत्रिम पैर पर निर्भर होते हैं. खेल मंत्रालय ने एक विज्ञप्ति में कहा है कि विजेताओं को 17 जनवरी 2025 को राष्ट्रपति भवन में एक विशेष कार्यक्रम में पुरस्कार दिए जाएंगे.
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