नमस्कार 🙏 हमारे न्यूज पोर्टल - मे आपका स्वागत हैं ,यहाँ आपको हमेशा ताजा खबरों से रूबरू कराया जाएगा , खबर ओर विज्ञापन के लिए संपर्क करे +91 8329626839 ,हमारे यूट्यूब चैनल को सबस्क्राइब करें, साथ मे हमारे फेसबुक को लाइक जरूर करें ,

Recent Comments

    test
    test
    OFFLINE LIVE

    Social menu is not set. You need to create menu and assign it to Social Menu on Menu Settings.

    April 20, 2025

    चीन ने तिब्बत में बांध परियोजना का बचाव किया; दावा है कि निचले इलाकों में इसका कोई प्रभाव नहीं पड़ेगा।

    1 min read
    😊 कृपया इस न्यूज को शेयर करें😊

    चीनी विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता माओ निंग ने इस विशाल परियोजना के बारे में संदेह को खारिज कर दिया, जिसकी अनुमानित लागत 137 अरब डॉलर है।

    बीजिंग: चीन ने शुक्रवार को तिब्बत में ब्रह्मपुत्र नदी पर दुनिया का सबसे बड़ा बांध बनाने की अपनी योजना का बचाव किया। उन्होंने यह भी दावा किया कि इस बांध परियोजना से निचले इलाकों पर कोई असर नहीं पड़ेगा। इसने यह भी पुष्टि की कि दशकों के अध्ययन के माध्यम से सुरक्षा संबंधी मुद्दों का समाधान कर लिया गया है। चीनी विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता माओ निंग ने इस विशाल परियोजना के बारे में संदेह को खारिज कर दिया, जिसकी अनुमानित लागत 137 अरब डॉलर है।

    यह परियोजना पारिस्थितिक दृष्टि से संवेदनशील हिमालयी क्षेत्र में बनाई जा रही है। यह क्षेत्र भूकंप-प्रवण है। निंग ने कहा कि चीन ने दशकों से व्यापक अध्ययन किया है और सुरक्षा उपाय अपनाए हैं। एक संवाददाता सम्मेलन में जब उनसे बांध के बारे में चिंताओं के बारे में पूछा गया तो उन्होंने कहा कि सीमा पार करने वाली नदियों के विकास के लिए चीन जिम्मेदार है।

    सुरक्षात्मक उपाय
    दशकों से जलविद्युत विकास का गहराई से अध्ययन किया जा रहा है, तथा परियोजना की सुरक्षा सुनिश्चित करने तथा पर्यावरण एवं पर्यावरण की रक्षा के लिए सुरक्षा उपाय किए गए हैं। उन्होंने कहा कि इस परियोजना से निचले इलाकों पर कोई असर नहीं पड़ेगा।

    चीन ने 2015 में तिब्बत में एक जलविद्युत परियोजना शुरू की थी। ब्रह्मपुत्र नदी पर बांध बनाने की योजना के कारण भी भारत की चिंताएं बढ़ गई हैं। बांध के आकार और विस्तार से यह चिंता उत्पन्न होती है कि चीन जल प्रवाह पर नियंत्रण प्राप्त कर सकता है तथा तनाव के समय सीमावर्ती क्षेत्रों में पानी छोड़ सकता है। भारत अरुणाचल प्रदेश में ब्रह्मपुत्र पर एक बांध भी बना रहा है।

    भारत, बांग्लादेश में चिंताएं
    चीन ने बुधवार को भारतीय सीमा के निकट तिब्बत में ब्रह्मपुत्र नदी पर विश्व के सबसे बड़े बांध के निर्माण को मंजूरी दे दी, जिसे विश्व की सबसे बड़ी अवसंरचना परियोजना बताया जा रहा है। इससे भारत और बांग्लादेश में चिंता उत्पन्न हो गई है, क्योंकि यह नदी भारत के दो भागों से होकर बहती है। यह जलविद्युत परियोजना यारलुंग जांग्बो नदी के निचले क्षेत्र में बनाई जाएगी। ‘यारलुंग जांग्बो’ ब्रह्मपुत्र का तिब्बती नाम है। यह बांध हिमालय की विशाल घाटी में बनाया जाएगा। इस बिंदु से ब्रह्मपुत्र नदी अरुणाचल प्रदेश में प्रवेश करती है और फिर बांग्लादेश में मुड़ जाती है।

    About The Author


    Whatsapp बटन दबा कर इस न्यूज को शेयर जरूर करें 

    Advertising Space


    स्वतंत्र और सच्ची पत्रकारिता के लिए ज़रूरी है कि वो कॉरपोरेट और राजनैतिक नियंत्रण से मुक्त हो। ऐसा तभी संभव है जब जनता आगे आए और सहयोग करे.

    Donate Now

    Leave a Reply

    Your email address will not be published. Required fields are marked *

    Copyright © All rights reserved for Samachar Wani | The India News by Newsreach.
    9:51 AM