चुनाव प्रक्रिया को लेकर कांग्रेस ने आयोग से पूछे 10 सवाल; सबूतों के साथ जवाब मांगा गया.
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कांग्रेस नेता नाना पटोले ने चुनाव प्रक्रिया पर संदेह जताते हुए कुछ सवाल उठाए हैं.
महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव के नतीजे 23 नवंबर को घोषित हो गए हैं. इस चुनाव में बीजेपी, शिवसेना (एकनाथ शिंदे) और राष्ट्रवादी कांग्रेस (अजित पवार) पार्टियों को बहुमत मिला है और जल्द ही राज्य में महायुता सरकार बनेगी. इस बीच महाविकास अघाड़ी इन नतीजों पर संदेह जता रही है. एनसीपी (शरद पवार), शिवसेना (उद्धव ठाकरे) पार्टियों के नेता ईवीएम पर सवाल उठा रहे हैं. विधायक जीतेंद्र अवध और विधायक रोहित पवार लगातार यह डेटा सोशल मीडिया पर पोस्ट कर रहे हैं. इस बीच कांग्रेस नेता नाना पटोले ने चुनाव आयोग की प्रक्रिया पर कुछ सवाल उठाए हैं.
कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष नाना पटोले ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर पोस्ट किया है, जिसमें उन्होंने चुनाव मतदान और जारी आंकड़ों के साथ-साथ चुनाव आयोग की प्रक्रिया पर भी संदेह जताया है. नाना पटोले ने कहा, ”महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव की पूरी प्रक्रिया संदिग्ध है. किए गए सर्वेक्षणों, प्रकाशित आँकड़ों और चुनाव परिणामों के बीच भारी विसंगति है और मीडिया, विभिन्न सामाजिक संगठनों और शोध व्यक्तियों द्वारा संदेह जताया जा रहा है कि पारदर्शी चुनाव घोषित करने वाले चुनाव आयोग द्वारा ही नियमों का उल्लंघन किया गया है।” नाना पटोले ने 10 सवाल उठाते हुए कहा है कि चुनाव आयोग की संदिग्ध प्रक्रिया को लेकर हमारे कुछ सवाल हैं.
नाना पटोले ने चुनाव आयोग से पूछे 10 सवाल
1) मतदान के दिन चुनाव आयोग द्वारा मतदान सांख्यिकी रिपोर्ट हर दो घंटे में आधे घंटे की देरी से क्यों जारी की जाती थी?
2) शाम 5 बजे तक 58.22% और रात 11.30 बजे तक 65.2% मतदान कैसे हुआ?
3) प्रत्येक व्यक्ति को वोट देने में लगभग एक मिनट का समय लगता है। इस प्रकार मतदान का अंतिम प्रतिशत और लिया गया समय मेल क्यों नहीं खाता?
4) चुनाव आयोग ने देर रात हुए मतदान के हंगामे की तस्वीरें और वीडियो फुटेज क्यों जारी नहीं किए?
5) राज्य में कौन से मतदान केंद्र देर रात तक खुले रहते हैं?
6) मतदान के दूसरे दिन यानी 21 नवंबर को 66.5% मतदान का आंकड़ा किस आधार पर घोषित किया गया?
7) देर रात मतदान के आंकड़े जारी करने में इतना समय क्यों लगा?
8) यह खुलासा क्यों नहीं किया गया कि 20 नवंबर को शाम को 58.22% और 21 नवंबर को सुबह 65.2% वोटिंग के आंकड़े में 7.83% की बढ़ोतरी कैसे हो गई?
9) कुल वोट 76 लाख वोट कैसे बढ़ गए?
10) चुनाव के बाद चुनाव आयोग ने प्रेस कॉन्फ्रेंस कर सारी जानकारी मीडिया के माध्यम से जनता तक क्यों नहीं पहुंचाई?
“उपरोक्त सभी प्रश्न और निर्वाचन क्षेत्रवार कई प्रश्न अभी भी अनुत्तरित हैं। यह साफ तौर पर सामने आ रहा है कि मतदान का प्रतिशत, मतदान में बढ़ोतरी और वोटों की गिनती में कोई सामंजस्य नहीं है. लेकिन चुनाव आयोग की ओर से कोई स्पष्टीकरण क्यों नहीं दिया गया?” नाना पटोले ने यह सवाल भी उठाया है.
उत्तर साक्ष्य सहित प्रस्तुत किये जाने चाहिए
नाना पटोले ने कहा, “हमारा स्पष्ट रुख है कि चुनाव आयोग को लोकतंत्र में लोगों के वोट नहीं चुराने चाहिए और उन्हें लोगों द्वारा उठाए गए सभी सवालों के सबूतों के साथ संतोषजनक जवाब पेश करना चाहिए।”
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