निवेशकों का ध्यान वित्तीय कंपनियों, बैंकों के शेयरों पर है।
1 min read
|








पिछले सप्ताह रिज़र्व बैंक ने ‘तटस्थ’ नीति रुख की ओर बदलाव के साथ संभावित ब्याज दर में कटौती का रास्ता खोल दिया।
मुंबई: पिछले हफ्ते, रिजर्व बैंक ने अपने नीतिगत रुख में ‘तटस्थता’ की ओर बदलाव के साथ, संभावित ब्याज दर में कटौती का दरवाजा खोल दिया। परिणामस्वरूप, निवेशकों ने वित्तीय और बैंकिंग शेयरों की ओर रुख किया, जो पिछले दो हफ्तों में क्रमशः 5.2 प्रतिशत और 4.9 प्रतिशत गिर गए।
आईटी और बैंकिंग शेयरों में जोरदार खरीदारी से प्रमुख शेयर बाजार सूचकांक सोमवार को बढ़त पर लौट आए। वैश्विक पूंजी बाजारों में मजबूत रुख के कारण निवेशकों ने खरीदारी की। परिणामस्वरूप, सेंसेक्स लगभग छह शताब्दियों तक बढ़ गया, जबकि निफ्टी सूचकांक 25,000 अंक फिर से हासिल कर लिया।
भारतीय बाजार में आशावादी रुझान जारी है, खासकर दूसरी तिमाही में कंपनियों के वित्तीय प्रदर्शन को लेकर निवेशकों की उम्मीदें बढ़ी हैं। अंतरराष्ट्रीय स्तर पर खनिज तेल की गिरती कीमतों से भी राहत मिली है। जियोजित फाइनेंशियल सर्विसेज के शोध प्रमुख विनोद नायर ने कहा कि हालिया गिरावट के बाद निवेशक विशेष रूप से आकर्षक मूल्यांकन पर चुनिंदा आईटी और वित्तीय शेयरों को खरीदने में रुचि ले रहे हैं।
निफ्टी हेवीवेट एचडीएफसी बैंक ने सोमवार के सत्र में 2.3 प्रतिशत की छलांग लगाई और सूचकांक में शीर्ष पर रहा। निवेशक उम्मीद कर रहे हैं कि निजी क्षेत्र के सबसे बड़े बैंक का सितंबर तिमाही का प्रदर्शन इस सप्ताह घोषित किया जाएगा।
About The Author
Whatsapp बटन दबा कर इस न्यूज को शेयर जरूर करें |
Advertising Space
Recent Comments