गरीब के घर बन रही थी मिट्टी के चूल्हे पर रोटी…राहुल गांधी को लगी थी भूख!
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राहुल गांधी सोनीपत में प्रचार कर रहे थे. उनको हरियाणवी खाने की इच्छा थी और भूख भी लग रही थी. बस फिर क्या था उनका लाव-लश्कर एक गांव में रुक गया.
राहुल गांधी सोनीपत में प्रचार कर रहे थे. उनको हरियाणवी खाने की इच्छा थी और भूख भी लग रही थी. बस फिर क्या था उनका लाव-लश्कर एक गांव में रुक गया. कांग्रेस सूत्रों के मुताबिक वह बड़वासनी गांव पहुंचे और एक ग्रामीण परिवार के साथ खाना खाया. कांग्रेस पार्टी ने मंगलवार को एक वीडियो जारी कर लिखा- ‘जहां दूध-दही का खाणा, यो है म्हारा हरियाणा’. वीडियो में महिलाएं वीडियो में महिलाएं मिट्टी के चूल्हे पर खाना बनाती दिख रही हैं. राहुल गांधी ने दीपेंद्र सिंह हुड्डा और बजरंग पुनिया के साथ मिलकर खाना खाया और एक गिलास लस्सी पी.
कांग्रेस ने कई फोटोज भी जारी कीं. इसमें दिख रहा है कि राहुल गांधी एक हॉलनुमा कमरे में बैठे हैं. कमरे की दीवारों से पलस्तर उचड़ रहा है. पीछे एक चूल्हा और साइड में एक कूलर रखा है. वहां मौजूद महिलाओं ने राहुल गांधी से विभिन्न मुद्दों पर बात की. एक महिला कहती है कि वह आजकल बच्चों की सुरक्षा को लेकर चिंतित है. वह ड्रग्स की समस्या का भी जिक्र करती है. इस पर राहुल गांधी ने कहा कि यह समस्या पहले पंजाब में हुआ करती थी किंतु हरियाणा भी इसकी चंगुल में आ गया है. एक अन्य महिला ने बेरोजगारी का मुद्दा उठाते हुए कहा कि स्नातक कर चुके युवाओं के पास नौकरी नहीं है और यही कारण है कि वे सामाजिक बुराइयों का शिकार हो रहे हैं.
मातुराम की जलेबी का किस्सा
इससे पहले सोनीपत में एक जनसभा को संबोधित करते हुए गांधी ने आरोप लगाया कि सरकार देश के कुछ चुनिंदा अरबपतियों के लिए काम कर रही है. लोकसभा में विपक्ष के नेता ने कहा, ‘‘यहां आते समय एक व्यक्ति ने मुझे रोका. उसने मुझे बताया कि वह एक छोटा सा व्यवसाय चलाता है. उसने कहा कि मोदी और हरियाणा सरकार ने उसे बर्बाद कर दिया.’’ गांधी ने कहा, ‘‘उसने मुझे बताया कि उन्होंने (सरकार ने) अडानी और अंबानी की मदद करने के लिए ऐसा किया.’’ कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष ने कहा, ‘‘हर कोई जानता है कि केंद्र सरकार और हरियाणा सरकार दो-तीन अरबपतियों की मदद करने के लिए चल रही है. आपके पास रोजगार के जो भी रास्ते थे, वे बंद कर दिए गए हैं.’’
गोहाना में एक रैली को संबोधित करते हुए गांधी ने मशहूर जलेबी निर्माता मातुराम हलवाई का डिब्बा दिखाया और इस बात पर जोर दिया कि उनकी जलेबी पूरे देश में बेची जानी चाहिए और निर्यात की जानी चाहिए जिससे अधिक रोजगार के अवसर पैदा होंगे. उन्होंने कहा, ‘‘अगर उनकी (मातुराम) जलेबी दूसरे राज्यों में बिकती है और निर्यात भी की जाती है तो एक दिन उनकी फैक्टरी में 20,000-50,000 और लोग काम कर सकते हैं.’’
उन्होंने कहा, ‘‘लेकिन प्रधानमंत्री मोदी ने उन्हें चक्रव्यूह में फंसा दिया है, जैसे महाभारत में अभिमन्यु को फंसाया गया था.’’ गांधी ने कहा कि मातुराम को पहले नोटबंदी और फिर गलत जीएसटी में फंसाया गया. गांधी ने दावा किया कि उन्हें (मातुराम को) बैंकों से भी ऋण नहीं मिलेगा. बेरोजगारी को लेकर केंद्र और हरियाणा सरकार की आलोचना करते हुए उन्होंने कहा कि राज्य बेरोजगारी का केंद्र बन गया है.
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