जम्मू-कश्मीर चुनाव में क्यों इंट्रेस्ट ले रहा अमेरिका? चुनाव संग्राम के बीच US डिप्लोमैट्स के घाटी पहुंचने के क्या हैं मायने।
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जम्मू-कश्मीर में होने वाले विधानसभा चुनाव के बीच यूएस डिप्लोमैट्स ने नेशनल कॉन्फ्रेंस के उपाध्यक्ष उमर अब्दुल्ला और पार्टी के अन्य नेताओं के अलावा कश्मीर के विभिन्न राजनीतिक दलों के नेताओं से मुलाकात से की है.
जम्मू-कश्मीर में विधानसभा चुनाव को लेकर सियासी संग्राम मचा हुआ है और सभी पार्टियां चुनाव के लिए जोर-शोर से तैयारियां कर रही हैं. इस बीच जम्मू-कश्मीर चुनाव में अमेरिका की दिलचस्पी अचानक बढ़ गई है और हाल ही में उमर अब्दुल्ला के घर अमेरिकी अधिकारी हाजिरी लगाने पहुंचे. यूएस डिप्लोमैट्स ने नेशनल कॉन्फ्रेंस के उपाध्यक्ष उमर अब्दुल्ला और पार्टी के अन्य नेताओं से उनके गुप्कर निवास पर मुलाकात की. इसके बाद सवाल उठने लगा है कि जब अब्दुल्ला परिवार किसी संवैधानिक पद पर नहीं है तो फिर अमेरिकी अधिकारिकायों से मिलने के मायने क्या हैं.
बीजेपी ने लगाया चुनाव में बाहरी ताकतों के दखल का आरोप
अमेरिकी राजनयिकों के नेशनल कॉन्फ्रेंस के उपाध्यक्ष उमर अब्दुल्ला से मुलाकात पर भारतीय जनता पार्टी (BJP) ने सवाल उठाए हैं और चुनाव में बाहरी ताकतों के दखल के आरोप लगाए हैं. बीजेपी प्रवक्ता सुनील सेठी ने कहा, ‘कुछ विपक्षी पार्टियों को बाहरी ताकतों ने पैसा भी दिया चुनाव लड़ने के लिए. इसलिए, अब वो ही तरीका नेशनल कांफ्रेंस अपना रही है और बाहरी ताकतों का इस्तेमाल कर रही है.’
अमेरिकी राजनयिकों ने सज्जाद गनी से भी की मुलाकात
अमेरिकी राजनयिक प्रतिनिधिमंडल के तरफ से राजनीतिक मामलों के मंत्री-सलाहकार ग्राहम मेयर, प्रथम सचिव गैरी एप्पलगार्थ और राजनीतिक सलाहकार अभिराम घड्यालपाटिल मंगलवार को श्रीनगर पहुंचे और पीपुल्स कॉन्फ्रेंस के अध्यक्ष सज्जाद गनी लोन से मुलाकात की. पार्टी सूत्रों ने बताया कि बैठक में कई मुद्दों पर चर्चा हुई. बैठक में पार्टी प्रवक्ता अशरफ मीर भी मौजूद थे. अमेरिकी राजनयिक प्रतिनिधिमंडल ने इससे पहले सोमवार को पूर्व मुख्यमंत्री उमर अब्दुल्ला से उनके गुप्कर निवास पर मुलाकात की थी. राजनयिकों के साथ अपनी बैठक के दौरान उमर अब्दुल्ला ने उनसे यात्रा सलाह पर पुनर्विचार करने और जम्मू-कश्मीर की यात्राओं पर प्रतिबंधों को कम करने का आह्वान किया. उमर अब्दुल्ला के साथ प्रतिनिधिमंडल की बैठक के दौरान लोकसभा सदस्य सैयद रूहुल्लाह मेहदी भी मौजूद थे.
अगस्त 2023 में भी कश्मीर पहुंचे थे अमेरिकी राजनयिक
प्रतिनिधिमंडल ने श्रीनगर के पूर्व मेयर जुनैद अजीम मट्टू से भी मुलाकात की. मट्टू पिछले साल अगस्त में भी राजनयिकों से मिल चुके हैं. जुनैद के अनुसार, प्रतिनिधिमंडल ने ‘श्रीनगर के परिवर्तन, पर्यटन विकास की संभावनाओं और निवेश के अवसरों’ पर चर्चा की. ग्राहम मेयर ने आखिरी बार अगस्त 2023 में घाटी का दौरा किया था और तब उन्होंने श्रीनगर में राजभवन में उपराज्यपाल मनोज सिन्हा से मुलाकात की थी. सूत्रों ने बताया कि यह यात्रा सभी दलों से मिलने और जम्मू-कश्मीर में विधानसभा चुनावों से पहले स्थिति का आकलन करने के लिए एक कूटनीतिक प्रयास का हिस्सा है.
जम्मू-कश्मीर में तीन चरणों में होंगे चुनाव
जम्मू-कश्मीर में 10 साल बाद विधानसभा चुनाव होने जा रहे हैं. 5 अगस्त 2019 को धारा 370 खत्म किए जाने के बाद जम्मू-कश्मीर को केंद्र शासित क्षेत्र बना दिया गया था. इसके बाद पहली बार चुनाव होने जा रहे हैं. जम्मू-कश्मीर की 90 विधानसभा सीटों के लिए चुनाव तीन फेजों में होंगे. पहले चरण में 18 सितंबर को 24 सीटों पर, दूसरे चरण में 25 सितंबर को 26 सीटों पर और तीसरे चरण में एक अक्टूबर को 40 सीटों पर वोट डाले जाएंगे. वहीं, 4 अक्टूबर को चुनाव के परिणाम घोषित किए जाएंगे.
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