मेडिकल क्षेत्र में सृजित होंगी 75 हजार सीटें, लाल किले से प्रधानमंत्री का बड़ा ऐलान.
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प्रधानमंत्री मोदी ने लाल किले पर अपने भाषण में देश की सुरक्षा, रोजगार, कानून जैसे कई विषयों पर टिप्पणी की.
78वें स्वतंत्रता दिवस का उत्साह आज देशभर में देखने को मिल रहा है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने ऐतिहासिक लाल किले पर झंडा फहराया और देशवासियों को संबोधित किया. इस मौके पर प्रधानमंत्री मोदी ने मेडिकल सेक्टर को लेकर बेहद अहम घोषणा की. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने लाल किले पर आयोजित ध्वजारोहण समारोह में हिस्सा लिया. पंत प्रधान के हाथों इस ऐतिहासिक इमारत पर ध्वजारोहण समारोह के बाद उन्होंने देशवासियों को संबोधित किया. इस मौके पर उन्होंने देश की सुरक्षा, रोजगार, कानून जैसे कई विषयों पर टिप्पणी की. इस बीच मेडिकल क्षेत्र में बड़े पैमाने पर भर्तियां होने से नागरिकों को फायदा होगा.
75 हजार सीटें बनाई जाएंगी
बड़ा ऐलान किया गया कि 75 हजार मेडिकल पद सृजित किए जाएंगे. उन्होंने देश में महिलाओं पर हो रहे अत्याचार पर चिंता व्यक्त की. उन्होंने समाज और राज्य सरकार से इसे गंभीरता से लेने की अपील की. मोदी ने कहा, जो लोग राक्षसी कृत्य करते हैं उन्हें सजा मिलनी चाहिए और इस पर चर्चा भी होनी चाहिए। इस मौके पर उन्होंने कहा कि देश प्रशासनिक व्यवस्था, कृषि, शिक्षा, व्यापार और अंतरिक्ष के क्षेत्र में प्रगति कर रहा है.
हिंदुओं पर हो रहे अत्याचार पर चिंता व्यक्त की
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने आज दिल्ली के लाल किले से बांग्लादेश में हिंदुओं पर हो रहे अत्याचार पर चिंता जताई. उन्होंने यह भी कहा कि बांग्लादेश में हिंदू और अल्पसंख्यक सुरक्षित रहें। उन्होंने यह भी अपील की कि पड़ोसी देशों को खुशी और शांति का रास्ता अपनाना चाहिए.
युवाओं से राजनीति में आने की अपील
राजनीति में वंशवाद को खत्म करने की जरूरत है.. इसके लिए प्रधानमंत्री ने 1 लाख नए युवाओं से राजनीति में आने की अपील की.. मोदी ने इस समय कहा कि धर्म के आधार पर भेदभाव से छुटकारा पाने के लिए धर्मनिरपेक्ष नागरिक संहिता युग की जरूरत है .
एक धर्मनिरपेक्ष नागरिक कानून की आवश्यकता
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने आज दिल्ली के लाल किले से यह रुख जाहिर किया कि देश में एक धर्मनिरपेक्ष नागरिक कानून होना चाहिए. समान नागरिक संहिता पर सुप्रीम कोर्ट में सुनवाई हुई. इस पर चर्चा हुई. सांप्रदायिक नागरिक संहिता में अब तक हम 75 साल बिता चुके हैं. अब देश में धर्मनिरपेक्ष नागरिक कानून होना चाहिए. मोदी ने जोर देकर कहा कि इससे देश में नागरिकों को धार्मिक भेदभाव से मुक्ति मिलेगी. देश को धार्मिक आधार पर बांटने वाले कानूनों का भी कोई स्थान नहीं है। प्रधानमंत्री मोदी ने अपील की है कि देश में व्यापक चर्चा होनी चाहिए.
आरएसएस ने भी जताई चिंता
सरसंघचालक मोहन भागवत ने बांग्लादेश में हिंदुओं पर हो रहे अत्याचार पर चिंता जताई है…पड़ोसी देशों में अशांति है…हिंदुओं को प्रताड़ित किया जा रहा है बांग्लादेश में हिंदुओं के साथ हो रहा ऐसा, भागवत ने जताया अफसोस
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