भारत में मानसून: चक्रवात ‘रेमल’ के कारण मानसून…; मानसूनी हवाएँ कहाँ तक पहुँचीं? आईएमडी से महत्वपूर्ण अपडेट
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एक ओर जहां तापमान अपने चरम पर पहुंच गया, वहीं दूसरी ओर तूफान ने मानसून को कैसे प्रभावित किया? देखें विस्तृत रिपोर्ट…
मॉनसून इन इंडिया: पिछले कुछ दिनों से देखा जा रहा है कि देशभर के कई राज्यों में तापमान लगातार बढ़ रहा है। दूसरी ओर, पश्चिम बंगाल, ओडिशा और बिहार भीषण गर्मी का सामना कर रहे हैं और चक्रवात ‘रेमल’ के प्रभाव से आशंकाएं बढ़ रही हैं। देश में मौसम में लगातार हो रहे इन बदलावों के चलते यही चिंता सिर उठाती नजर आ रही है कि क्या मॉनसून का इंतजार बढ़ेगा? इस संबंध में सभी चिंताओं और सवालों का जवाब देते हुए आईएमडी यानी भारतीय मौसम विभाग ने कुछ बातें साफ तौर पर बताई हैं।
आईएमडी की जानकारी के मुताबिक, बांग्लादेश के तटीय इलाकों के साथ पश्चिम बंगाल में आए चक्रवात रेमल की तीव्रता अब कम हो रही है, यह तूफान 15 किमी प्रति घंटे की रफ्तार से उत्तर की ओर बढ़ रहा है और इसकी तीव्रता कम होती जा रही है. और कम करना. इतना ही नहीं यह चक्रवात अब कम दबाव की बेल्ट में तब्दील हो जाएगा.
देश में मौसम की स्थिति इस समय मानसून के आगमन के लिए अनुकूल है और आईएमडी ने अगले 5 दिनों में मानसून के केरल में प्रवेश करने की संभावना जताई है। यह पूर्वानुमान आंध्र प्रदेश के गुतुल स्थित मौसम विभाग केंद्र द्वारा जारी किया गया।
मौसम विशेषज्ञों के मुताबिक पिछले कुछ दिनों से मानसून के आगमन का अनुकूल माहौल बना हुआ है और अगले पांच दिनों में मानसून केरल में ही प्रवेश कर जाएगा. इसके अलावा ये मानसूनी हवाएँ अरब सागर के दक्षिणी भाग, मालदीव के बाकी हिस्से और कोमोरोस क्षेत्र के दक्षिण-पश्चिमी हिस्से को भी कवर करेंगी। जिसके कारण केरल के कुछ हिस्सों, उत्तर पूर्व बंगाल की खाड़ी, देश के उत्तर पूर्वी राज्यों और लक्षद्वीप के कुछ हिस्सों में मॉनसून की मजबूत उपस्थिति के संकेत मिल रहे हैं।
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