AICTE ने इंजीनियरिंग सब्जेक्ट के फैकल्टी मेंबर्स के लिए लॉन्च किया QIP PG सर्टिफिकेट प्रोग्राम।
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कोर्स में एआई/ एमएल/ डेटा साइंस/ डेटा एनालिटिक्स, एआर/ एमआर/ वीआर/ साइबर-फिजिकल सिस्टम, आईओटी और ड्रोन टेक्नोलॉजी, इंटेलिजेंट ट्रांसपोर्ट सिस्टम, रोबोटिक्स, 3-डी प्रिंटिंग और एडिटिव मैन्युफैक्चरिंग जैसे फील्ड शामिल किए गए हैं.
ऑल इंडिया काउंसिल फॉर टेक्निकल एजुकेशन (एआईसीटीई) के अध्यक्ष प्रोफेसर टी.जी. सीतारम ने कोर इंजीनियरिंग सब्जेक्ट से संबंधित फैकल्टी मेंबर्स के एकेडमिक डेवलपमेंट के लिए ‘एआईसीटीई-क्यूआईपी-पीजी सर्टिफिकेट प्रोग्राम इन इमर्जिंग एरियाज’ लॉन्च किया. यह AICTE क्वालिटी इंप्रूवमेंट प्रोग्राम (क्यूआईपी) स्कीम का एक हिस्सा है. इसके माध्यम से काउंसिल का लक्ष्य कोर इंजीनियरिंग सब्जेक्ट (मैकेनिकल, सिविल, इलेक्ट्रिकल और इलेक्ट्रॉनिक्स, केमिकल आदि) के फैकल्टी मेंबर्स को टेक्नोलॉजी के उभरते क्षेत्रों में ट्रेंड करना है जिससे वह इमर्जिंग एरियाज के कोर्सेज के स्टूडेंट्स को प्रभावी रूप से पढ़ाने में सक्षम हो सकें.
इस दौरान एआईसीटीई के अध्यक्ष प्रोफेसर टी.जी. सीतारम ने कहा कि टेक्नोलॉजी के उभरते क्षेत्रों में एआईसीटीई-क्यूआईपी-पीजी सर्टिफिकेट प्रोग्राम कोर इंजीनियरिंग सब्जेक्ट में फैकल्टी मेंबर्स के एकेडमिट डेवलपमेंट को बढ़ाने की प्रतिबद्धता का प्रतीक है. यह पहल जरूरी है क्योंकि इंजीनियरिंग में उभरते क्षेत्र लगातार डेवलप हो रहे हैं जिससे शिक्षकों को अपडेट रहने की जरूरत है.
यह प्रोग्राम शुरू करने का उद्देश्य फैकल्टी मेंबर्स को छात्रों को इन उभरते क्षेत्रों को प्रभावी ढंग से पढ़ाने के लिए जरूरी ज्ञान और स्किल से लैस करना है. इससे न केवल फैकल्टी मेंबर्स को उनकी विशेषज्ञता बढ़ाकर फायदा मिलता है बल्कि देश में इंजीनियरिंग एजुकेशन की ओवरऑल क्वालिटी बढ़ाने में भी योगदान मिलता है.
एआईसीटीई अप्रूव्ड डिग्री लेवल/ डिप्लोमा लेवल के संस्थानों के फुल टाइम रेगुलर/ परमानेंट फैकल्टी मेंबर, कोर इंजीनियरिंग सब्जेक्ट से संबंधित, ग्रेजुएट/ डिप्लोमा लेवल पर कम से कम 5 साल का पढ़ाने का एक्सपीरिएंस रखने वाले, क्यूआईपी पीजी सर्टिफिकेट प्रोग्राम के लिए आवेदन करने के लिए पात्र हैं. किसी भी होस्ट इंस्टीट्यूट में कोर्स के लिए नामांकित होने वाले मैक्सिमम 50 फैकल्टी मेंबर से कोई फीस नहीं लिया जाएगा.
एआईसीटीई सर्टिफाइड संस्थानों को काउंसिल के पास आवेदन जमा करना होगा. प्रोग्राम कंटेंट तीन फेज जागरूकता, विशेषज्ञता और अनुप्रयोग में बांटा गया है. 18 क्रेडिट के प्रोग्राम में थ्योरी और प्रैक्टिकल/ प्रोजेक्ट आदि शामिल हैं. सफलतापूर्वक प्रोग्राम पूरा करने पर होस्ट इंस्टीट्यूट एक मूल्यांकन रिपोर्ट और क्यूआईपी-पीजी सर्टिफिकेट जारी करेगा जिस पर एआईसीटीई और संबंधित होस्ट इंस्टीट्यूट दोनों के लोगो होंगे.
कोर्स में एआई/ एमएल/ डेटा साइंस/ डेटा एनालिटिक्स, एआर/ एमआर/ वीआर/ साइबर-फिजिकल सिस्टम, आईओटी और ड्रोन टेक्नोलॉजी, इंटेलिजेंट ट्रांसपोर्ट सिस्टम, रोबोटिक्स, 3-डी प्रिंटिंग और एडिटिव मैन्युफैक्चरिंग जैसे फील्ड शामिल किए गए हैं. प्रोग्राम हाइब्रिड मोड में 6 महीने का होगा.
कोर्स के दौरान कैंडिडेट द्वारा एनपीटीईएल कोर्स के माध्यम से मैक्सिमम छह क्रेडिट लिए जा सकते हैं. इंडस्ट्री सेक्टर के एक्सपर्ट को भी इसमें शामिल किया गया है ताकि शिक्षक आज की इंडस्ट्री की जरूरतों और ट्रेंड्स से अपडेट रहें. इस पहल का उद्देश्य इंजीनियरिंग और टेक्निकल एजुकेशन फैकल्टी के टीचिंग मैथ्डस को एडवांस बनाना है ताकि स्टूडेंट्स को हाई गुणवत्ता वाली टेक्निकल एजुकेशन मिल सके.
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