China Hackers: भारत में चुनावों में छेड़छाड़ करने के लिए ‘AI’ का इस्तेमाल करेगा चीन, हैकर्स की फौज तैयार! रिपोर्ट में दावा
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कंपनी ने अपने ब्लॉग पोस्ट में कहा कि चीन ने ताइवान में राष्ट्रपति चुनाव के दौरान इस तरीके का इस्तेमाल किया था.
भारत में इसी महीने से लोकसभा चुनाव के लिए वोटिंग शुरू हो जाएगी. इसके लिए मुहिम जारी है तो एक चौंकाने वाली रिपोर्ट सामने आई है. माइक्रोसॉफ्ट ने चेतावनी दी है कि चीन इस चुनाव के दौरान एआई टूल्स की मदद से मतदाताओं को प्रभावित करने की कोशिश कर सकता है। कंपनी ने ‘सेम टारगेट्स न्यू प्लेबुक्स: ईस्ट एशिया थ्रेट एक्टर्स एम्प्लॉय यूनिक मेथड्स’ नाम की रिपोर्ट में इस बात की जानकारी दी है।
सरकार को पहले भी चेतावनी मिली थी कि चीनी हैकर्स एआई की मदद से चुनावों में धांधली करेंगे। अब माइक्रोसॉफ्ट ने भी अपने ब्लॉग पोस्ट में ऐसी ही जानकारी दी है. सिर्फ भारत में ही नहीं बल्कि दुनिया भर के कई देशों में इस साल चुनाव हो रहे हैं। इसमें चीन अपने फायदे के लिए एआई जेनरेटेड कंटेंट और टूल्स का इस्तेमाल कर सकता है।
कैसा होगा असर?
माइक्रोसॉफ्ट के मुताबिक, चीन पहले भी ऐसी कोशिशें कर चुका है। चीनी हैकर्स एआई टूल्स की मदद से डीपफेक वीडियो बना सकते हैं और फर्जी अकाउंट से सोशल मीडिया पर प्रोपेगेंडा भी फैला सकते हैं। मशहूर नेताओं की आवाज की क्लोनिंग कर अपमानजनक कंटेंट तैयार किया जा सकता है. यदि यह सामग्री वायरल हो जाती है, तो यह लाखों नागरिकों को प्रभावित कर सकती है, ऐसा माइक्रोसॉफ्ट ने कहा है।
ताइवान चुनाव में उपयोग
कंपनी ने अपने ब्लॉग पोस्ट में कहा कि चीन ने ताइवान में राष्ट्रपति चुनाव के दौरान इस तरीके का इस्तेमाल किया था. यह पहली बार था जब किसी देश ने दूसरे देश के चुनावों को प्रभावित करने के लिए एआई का इस्तेमाल किया। ये चुनाव जनवरी 2024 में हुए थे. इस बीच चीन ने मीम्स, एआई वीडियो और डीपफेक ऑडियो की मदद से बड़े पैमाने पर प्रोपेगेंडा फैलाया है।
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