नमस्कार 🙏 हमारे न्यूज पोर्टल - मे आपका स्वागत हैं ,यहाँ आपको हमेशा ताजा खबरों से रूबरू कराया जाएगा , खबर ओर विज्ञापन के लिए संपर्क करे +91 8329626839 ,हमारे यूट्यूब चैनल को सबस्क्राइब करें, साथ मे हमारे फेसबुक को लाइक जरूर करें ,

Recent Comments

    test
    test
    OFFLINE LIVE

    Social menu is not set. You need to create menu and assign it to Social Menu on Menu Settings.

    April 22, 2025

    ‘ये’ 5 आदतें जो बच्चों का आत्मविश्वास दोगुना बढ़ा देंगी, बस 16 साल की उम्र तक सिखाएं

    1 min read
    😊 कृपया इस न्यूज को शेयर करें😊

    पेरेंटिंग टिप्स: अगर आपका बच्चा किशोरावस्था में प्रवेश कर रहा है और आप उसे आत्मनिर्भर और आत्मविश्वासी बनाना चाहते हैं, तो कुछ चीजें हैं जिन्हें तय करने की जरूरत है। बच्चों को सिखाएं जीवन के ये 5 काम.

    बच्चों का अच्छे से पालन-पोषण करना कोई आसान काम नहीं है। यह माता-पिता की जिम्मेदारी है. माता-पिता बच्चों को सफल होने में मदद कर सकते हैं। पालन-पोषण में थोड़ी सी लापरवाही बच्चों का भविष्य खराब कर सकती है और उन्हें कमजोर बना सकती है। ऐसे में माता-पिता की जिम्मेदारी है कि वे बच्चों को सही उम्र में जरूरी बातें सिखाएं। यदि बच्चे किशोरावस्था में प्रवेश कर रहे हैं, तो उन्हें ऐसी चीजें सिखाई जानी चाहिए जो उनके आत्मविश्वास को बढ़ाएं और उन्हें खुद पर विश्वास करना सीखने में मदद करें। यदि आप 16 साल की उम्र से पहले उनमें कुछ अच्छी और महत्वपूर्ण आदतें डालेंगे तो वे न केवल आत्मनिर्भर बनेंगे बल्कि उनमें अच्छे निर्णय लेने की भावना भी विकसित होगी। ऐसे में हम आपको बता रहे हैं वो 5 बातें जो आपको अपने बढ़ते बच्चों को सिखानी चाहिए।

    धन प्रबंधन
    अगर आपका बच्चा 15 साल का हो जाए तो उसके लिए बैंक खाता जरूर खुलवाएं। उन्हें सिखाएं कि वे अपने स्कूल के लिए बजट कैसे बनाएं, खेल और यात्रा के लिए बचत कैसे करें। चेक लिखना और खर्च रिकॉर्ड करना जैसी चीजें सिखाई जानी चाहिए।

    कपड़े साफ़ करना
    बच्चों को अपने परिवार के सदस्यों के कपड़े कैसे साफ करें, उन्हें धूप में कैसे सुखाएं, रंगीन कपड़े और सफेद कपड़े साफ करते समय सावधानी बरतें, दाग कैसे हटाएं आदि सिखाना फायदेमंद है।

    प्राथमिक उपचार की जानकारी
    बच्चों को बीमारी, चोट, खांसी, जुकाम आदि होने पर कौन सी दवा देनी चाहिए। प्राथमिक उपचार कैसे करें आदि की जानकारी दें। इतना ही नहीं, अगर परिवार का कोई सदस्य बीमार है तो उसकी देखभाल कैसे की जाए, इसकी भी सारी जानकारी दी जाए।

    घर पर अकेले रहना
    जब आप बच्चों को कुछ घंटों के लिए घर पर अकेला छोड़ देते हैं तो वे घर की देखभाल करना सीख जाते हैं और जिम्मेदार बन जाते हैं। इसलिए, कभी-कभी उन्हें घर पर अकेला छोड़ना शुरू करें। उन्हें सुरक्षा नियम भी बताएं। क्योंकि आजकल माता-पिता दोनों काम पर जाते हैं। ऐसे में जरूरी है कि बच्चों को घर की जिम्मेदारी सौंपी जाए।

    अकेले यात्रा
    यही वह उम्र है जब वे नई चीजें सीखना चाहते हैं और जिम्मेदार बनना चाहते हैं। ऐसे मामलों में घर से स्कूल या स्कूल से घर तक परिवहन करना सिखाएं। इस तरह वे खुद की जिम्मेदारी लेना सीखेंगे। इतना ही नहीं, अगर दादा-दादी आसपास रहते हैं तो उन्हें यह भी सिखाएं कि उनसे मिलने जाते समय क्या सावधानियां बरतनी चाहिए।

    About The Author


    Whatsapp बटन दबा कर इस न्यूज को शेयर जरूर करें 

    Advertising Space


    स्वतंत्र और सच्ची पत्रकारिता के लिए ज़रूरी है कि वो कॉरपोरेट और राजनैतिक नियंत्रण से मुक्त हो। ऐसा तभी संभव है जब जनता आगे आए और सहयोग करे.

    Donate Now

    Leave a Reply

    Your email address will not be published. Required fields are marked *

    You may have missed

    Copyright © All rights reserved for Samachar Wani | The India News by Newsreach.
    9:20 AM