Tata Salary Hike: टाटा समूह ने अपने टॉप अधिकारियों पर खूब बरसाया धन, रिपोर्ट में दावा- 62% तक बढ़ी सैलरी।
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Tata Salary Hike: रिपोर्ट के अनुसार ट्रेंट लिमिटेड के सीईओ पी वेंकाटेशालु को इस वर्ष सैलरी के रूप में 5.12 करोड़ रुपये का भुगतान किया गया, जो पिछले वर्ष की तुलना में करीब 62% अधिक है। वहीं इंडियन होटल्स में उनके समकक्ष पुनीत चटवाल को 18.23 करोड़ रुपये सालाना सैलरी दी गई। इस तरह उनकी सैलरी में 37% की वृद्धि दर्ज की गई।
जहां दुनियाभर में कंपनियां मंदी की आशंका के बीच छंटनी और वेतन में कटौती जैसे फैसले ले रही हैं, वहीं भारतीय उद्योग जगत से एक सुकून भरी खबर आई है। मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार देश के प्रतिष्टित टाटा समूह ने अपने वरीय एग्जीक्यूटिव्स की तनख्वाह में 16 से 62 प्रतिशत का इजाफा किया है। इस तरह 22 लाख करोड़ रुपये के टाटा समूह ने अपने टॉप एग्जीक्यूटिव्स को शानदार तोहफा दिया है। टाटा समूह की कंपनियों इंडियन होटल्स, टाटा पावर, ट्रेंट और टाटा कंज्यूमर के वरीय अधिकारियों की सैलरी में 16 से 62% तक का शानदार इजाफा किया गया है। बता दें कि टाटा समूह 10 वर्टिकल्स में लगभग 30 कंपनियों का संचालन करती है।
इस साल समूह की कंपनियों के सीईओ को किया गया मोटा भुगतान
रिपोर्ट के अनुसार ट्रेंट लिमिटेड के सीईओ पी वेंकाटेशालु को इस वर्ष सैलरी के रूप में 5.12 करोड़ रुपये का भुगतान किया गया, जो पिछले वर्ष की तुलना में करीब 62% अधिक है। वहीं इंडियन होटल्स में उनके समकक्ष पुनीत चटवाल को 18.23 करोड़ रुपये सालाना सैलरी दी गई। इस तरह उनकी सैलरी में 37% की वृद्धि दर्ज की गई। सुनील डिसूजा और प्रदीप बख्शी जो टाटा कंज्यूमर और वोल्टास के सीईओ हैं, उन्हें सालाना करीब 9.5 करोड़ रुपये और 3.8 करोड़ रुपये का भुगतान किया गया। उनकी सैलरी में क्रमशः 24% और 22% की वृद्धि दर्ज की गई।
टाटा केमिकल्स और टाटा पावर के सीईओ की सैलरी में 16 प्रतिशत का इजाफा
टाटा केमिकल्स के सीईओ आर मुकुंदन और टाटा पावर के सीईओ प्रवीर सिन्हा की सैलरी में 16 प्रतिशत का इजाफा आया। इस वर्ष उन्हें क्रमशः 8 करोड़ रुपये और 9 करोड़ रुपये का भुगतान किया गया। रिपोर्ट के अनुसार टाटा कंसल्टेंसी सर्विसेज (टीसीएस) के पूर्व सीईओ राजेश गोपीनाथन को भी पारिश्रमिक के रूप में 29.1 करोड़ रुपये का भुगतान किया गया।
टाटा समूह की स्थापना वर्ष 1868 में जमशेदजी टाटा ने की थी
टाटा समूह की स्थापना वर्ष 1868 में जमशेदजी टाटा ने किया था। इसका मुख्यालय मुंबई शहर मं स्थित है और यह भारत का सबसे बड़ा व्यावसायिक समूह है। इसका कारोबार छह महादेशों के करीब 100 देशों में फैला हुआ है। वर्ष 2021-2022 के दौरान टाटा समूह की कंपनियों का सामूहिक राजस्व 128 अरब डॉलर यानी करीब 9.6 ट्रिलियन रुपये रहा था। टाटा समूह की 30 कंपनियों में करीब 9,35,000 लोग काम करते हैं।
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