Monsoon: एक हफ्ते की देरी के बाद केरल अलर्ट, चक्रीय तूफान बिपरजॉय के असर पर IMD ने कुछ ये बात कही।
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आईएमडी ने रविवार को कहा था कि केरल में माइग्स की तारीख से तीन से चार दिन की देरी हो सकती है। सामान्य तौर पर दक्षिण-पश्चिम मानसून राज्य में एक जून को करीब सात दिनों के मानक स्पर्श के साथ भेजता है।
मौसम हर पल करवट बदल रहा है। कहीं बारिश की फुहारें हो रही हैं तो दूसरी जगहों पर गर्मी लोगों को परेशान कर रही है। लोग बेसब्री से मैगजीन का इंतजार कर रहे हैं। इस बीच, भारत मौसम विज्ञान विभाग (आईएमडी) ने गुरुवार को लोगों को खुशखबरी दी है। दरअसल, वीक भर की देरी के बाद माइनस किंग पहुंच गया। इससे लोगों को तपती गर्मी से राहत मिलने की उम्मीद है।
मौसम विज्ञानियों ने सबसे पहले जानकारी देते हुए बताया था कि चक्रीय ‘बिपारजॉय’ मिथक की तीव्रता को प्रभावित कर रहा है। इसलिए केरल में इसकी शुरुआत रोशनी से होगी। हालांकि, आज दक्षिण-पश्चिम माइकल में आ गया है। आईएमडी ने कहा कि दक्षिण अरब सागर और मध्य अरब सागर के कुछ हिस्से, लक्षद्वीप, कैरल व दक्षिण तमिलनाडु के अधिकांश हिस्से, कोमोरिन क्षेत्र के शेष हिस्से, मन्नार की खाड़ी, दक्षिण पश्चिम, मध्य और भूतल बंगाल की खाड़ी सहित कुछ और हिस्सों में आगे बढ़ा है।
अटैचमेंट है, आईएमडी ने रविवार को कहा था कि केरल में माइनस की तारीख से तीन से चार दिन की देरी हो सकती है। सामान्य तौर पर दक्षिण-पश्चिम मानसून राज्य में एक जून को करीब सात दिनों के मानक स्पर्श के साथ भेजता है। विभाग ने मई के मध्य में कहा था कि यह चार जून तक केरल पहुंच सकता है। आईएमडी ने मैगजीन लेकर क्या जानकारी दी थी। आइए जानते हैं…
मैगजीन को लेकर दी थी ये जानकारी
भारत मौसम विज्ञान विभाग ने रविवार को एक बयान में कहा था कि दक्षिण अरब सागर के ऊपर पछुआ हवाएं के बढ़ने से अनुकूल हो रही हैं। साथ ही, पछुआ हवाएँ धीरे-धीरे बढ़ती जा रही हैं और इन हवाओं का औसत समुद्र तल से गहराई से 2.1 किलोमीटर तक पहुँच गया है। मैगजीन केरायल तट में टकराकर तीन से चार दिन का समय और लग सकता है।
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विभाग ने कहा, दक्षिण-पूर्वी अरब सागर में बादलों का द्रव्यमान भी बढ़ रहा है। हमें उम्मीद है कि केरल में ब्लॉगिंग की शुरुआत के लिए इन अनुकूल पाठ्यक्रमों में अगले तीन-चार दिनों के दौरान और सुधार होगा। इसकी लगातार निगरानी की जा रही थी। हालांकि करीब आठ दिन की देरी से यह अब भी मानक है।
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