क्रिसिल की रिपोर्ट: सब्जियों-तेल के दाम घटने से शाकाहारी थाली नौ व मांसाहारी चार फीसदी सस्ती।
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रेटिंग एजेंसी क्रिसिल ने मंगलवार को रिपोर्ट में कहा कि शाकाहारी थाली की कीमत में सब्जियों और तेल का योगदान 25 फीसदी होता है। इन दोनों के दाम घटने से थालियां सस्ती हुई हैं। सालाना आधार पर मई में सब्जी के भाव 35 फीसदी और तेल के दाम 19 फीसदी तक घटे हैं।
सब्जियों और खाने के तेलों की कीमतें लगातार गिरने से शाकाहारी एवं मांसाहारी थाली के दाम भी घटने लगे हैं। अक्तूबर, 2022 की तुलना में शाकाहारी थाली 9 फीसदी सस्ती हुई है। मांसाहारी थाली भी 4 फीसदी तक सस्ती हो गई है। हालांकि, अनाजों के दाम बढ़ने से मई में दोनों थालियों के दाम मामूली बढ़े हैं।
रेटिंग एजेंसी क्रिसिल ने मंगलवार को रिपोर्ट में कहा कि शाकाहारी थाली की कीमत में सब्जियों और तेल का योगदान 25 फीसदी होता है। इन दोनों के दाम घटने से थालियां सस्ती हुई हैं। सालाना आधार पर मई में सब्जी के भाव 35 फीसदी और तेल के दाम 19 फीसदी तक घटे हैं। हालांकि, अनाज, दाल, चिकन और अंडे के बढ़ते भाव ने मई में थालियों की कीमतें बढ़ा दी हैं। गेहूं के दाम मई में 8 फीसदी बढ़े हैं। चावल व दाल की कीमतें 10 और 4 फसदी तक बढ़ी हैं। इससे थालियों के भाव में ज्यादा गिरावट पर रोक लग गई।
अदरक की कीमत 250 रुपये किलो
पिछले करीब दो माह से अदरक की कीमत लगातार 250 रुपये किलो के ऊपर बनी हुई है। खुदरा बाजार में यह 75 रुपये 250 ग्राम है। इसी तरह लहसुन का भाव भी लगातार ऊपर बना है। यह 150 रुपये किलो है।
25 रुपये शाकाहारी थाली की कीमत
अवधि शाकाहारी मांसाहारी
अक्तूबर, 2022 29 रुपये 62.7 रुपये
नवंबर, 2022 27.7 रुपये 61.0 रुपये
दिसंबर, 2022 26.4 रुपये 59.9 रुपये
जनवरी, 2023 26.4 रुपये 59.6 रुपये
फरवरी, 2023 25.5 रुपये 59.0 रुपये
मार्च, 2023 25.1 रुपये 58.6 रुपये
अप्रैल, 2023 25.0 रुपये 58.3 रुपये
मई, 2023 25.1 रुपये 60.6 रुपये
चिकन के भाव 7 फीसदी तक बढ़े
मासिक आधार पर चिकन की कीमतें 5-7 फीसदी बढ़ी हैं। इससे मांसाहारी थाली पर असर दिखा है। देश में थाली की औसत कीमत उत्तर, दक्षिण, पूर्व और पश्चिम भारत में कीमतों की गणना और आम आदमी के खर्च के आधार पर तय किया गया है।
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