मंदी: जर्मनी की अर्थव्यवस्था पहली तिमाही में नई; मंदी के संकेत, सिंगापुर पर भी तकनीकी मंदी का खतरा |
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जर्मनी की बाजार में मंदी के कारण बृहस्पतिवार को यूरो की तेजी से गिरावट आई, जबकि दो माह के शिखर पर पहुंच गया। अमेरिकी डिफॉल्ट की चिंता बढ़ने के कारण भारी मांग के बीच डॉलर मजबूत हुआ है।
इस साल के पहले तीन माह में जर्मनी की मार्केटिंग खराब हुई है। वीआई दुनिया की चौथी सबसे बड़ी उद्योग रैंकिंग की सूची में है। संघीय ब्लॉगिंग कार्यालय के आंकड़ों के अनुसार, जनवरी से मार्च में जर्मनी के सकल घरेलू उत्पाद (जीडीपी) में 0.3 प्रतिशत की गिरावट आई है। यह 2022 की अंतिम तिमाही के दौरान यूरोप की सबसे बड़ी उद्योग में 0.5 प्रतिशत की गिरावट के बाद है।
जर्मनी की बाजार में मंदी के कारण बृहस्पतिवार को यूरो की तेजी से गिरावट आई, जबकि दो माह के शिखर पर पहुंच गया। अमेरिकी डिफॉल्ट की चिंता बढ़ने के कारण भारी मांग के बीच डॉलर मजबूत हुआ है। जर्मनी उन 20 देशों में है जहां यूरोग्राफी का उपयोग होता है। यूरोपीय अर्थशास्त्री फ्रांजिस्का पाल्मास ने कहा, जर्मनी में रोजगार पहली तिमाही में बढ़ा है और मुद्रा में कमी आई है। लेकिन मुख्य फोकस, खर्च व निवेश पर दबाव बनाए रखें।
जर्मनी के बाद सिंगापुर पर भी तकनीकी मंदी का खतरा गहराया
न्यूज एशिया (सीएनए) ने अर्थशास्त्रियों के बारे में एक खबर दी है कि जर्मनी की रेटिंग में प्रवेश करने के बाद अब सिंगापुर की दूसरी तिमाही में ‘तकनीकी मंदी’ में जाने का डर है। खबरों के अनुसार वैश्विक रूप से नरभक्षी के बाद देश का परिदृश्य कमजोर हो गया है। सिंगापुर की अर्थव्यवस्था का नज़रिया बहुत अधिक टिका हुआ है, जो 2023 में वैश्विक अर्थव्यवस्थाओं में रेटिंग का अनुमान लगाने के बाद कमज़ोर हो रहा है। सिंगापुर के सरकारी प्रसारक CNA ने कैपिटल इकोनॉमिक्स के शिवन टंडन के निर्धारण से कहा, “इस बात का बहुत अधिक जोखिम बना है कि उद्योग या तो (दूसरी तिमाही में) या वर्ष की दूसरी परिभाषा में तकनीकी निर्णायक में स्लाइड होगी।
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